Bike Bot : पीड़ित बोले, रकम नहीं मिली तो कंपनी में लगा देंगे आग
बाइक टैक्सी में करोड़ों रुपये का निवेश कर एक साल में अपने धन को दोगुना करने के लालच में फंसे निवेशकों में गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। बिचौलिए की लोकेशन हरियाणा में मिली है।
By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 07 Feb 2019 01:02 PM (IST)Updated: Thu, 07 Feb 2019 01:39 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। बाइक बोट टैक्सी स्कीम के नाम पर लाखों रुपये गंवाने वाले लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बुधवार को मुजफ्फरनगर के गांव सिसौली के दर्जनों लोग सामने आए, जिन्होंने स्कीम में लाखों रुपये तो लगा दिए लेकिन उन्हें हर महीने मिलने वाली रकम नहीं मिल रही। आक्रोशित पीड़ितों ने कंपनी से संपर्क कराने वाले बिचौलिये से संपर्क साधा है। पीड़ितों कहना है कि उनकी रकम वापस नहीं मिली तो वह कंपनी को आग लगा देंगे। वहीं, लापता चल रहे सिसौली के ही पूर्व फौजी की लोकेशन हरियाणा में मिली है, जिसके बाद पुलिस ने उसकी बरामदगी का प्रयास शुरू कर दिया है। पूर्व फौजी बाइक बोट कारोबार से जुड़ा हुआ है।
तीन महीने से नहीं मिल रही मंथली रकम
गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (जीआइपीएल) कंपनी द्वारा बाइक बोट टैक्सी स्कीम संचालित है। बाइक टैक्सी लगवाने पर हर महीने मोटी रकम का लालच दिया गया। इसके लिए प्रतिव्यक्ति एक बाइक लगवाने के नाम पर 62,100 रुपये लेकर 12 महीनों तक हर माह 9765 रुपये खाते में डाले जाते हैं। इन्वेस्ट रकम सालभर में दोगुनी करने का दावा किया जाता है। स्कीम से जुड़कर मेरठ और आसपास के हजारों लोगों ने करोड़ों रुपेय इस स्कीम में निवेश कर दिए। लेकिन तीन माह से मंथली रकम न मिलने पर निवेशकों में हड़कंप मचा हुआ है।
बिचौलिए की लोकेशन हरियाणा में मिली
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर के गांव सिसौली (थाना भौरा कलां) निवासी पूर्व फौजी बिजेंद्र बाइक बोट कारोबार से जुड़ा था। गत 30 जनवरी को वह कंकरखेड़ा क्षेत्र की ड्रीम कॉलोनी से लापता हो गया था। पुलिस ने उसके दोस्त त्रिवेंद्र के घर से उसका पर्स, आइडी और चप्पल बरामद की थी। पुलिस को पता चला है कि बिजेंद्र हरियाणा में रुका हुआ है। वह अपनी ससुराल के संपर्क में है।
पीड़ितों ने बनाया अपना वॉट्सएप ग्रुप
स्कीम में मोटी रकम लगाने वाले पीड़ितों ने अपना एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया है। बुधवार को ग्रुप में उन्होंने जमकर भड़ास निकाली। किसी ने कहा कि लाखों रुपये लगाकर रकम वापस नहीं मिल रही, जिससे वह बर्बादी के कगार पर आ गया। वहीं किसी का कहना है कि अगर उसकी रकम वापस नहीं मिली तो वह कंपनी को आग लगा देंगे। पीडि़तों में लगातार आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
इनका कहना है
बाइक बोट के कारोबार से जुड़े पूर्व फौजी की लोकेशन हरियाणा में मिली है। स्कीम के नाम पर पैसा हड़पने या फर्जीवाड़ा करने के संबंध में अभी लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलते ही कानून कार्रवाई अमल में लायी जाएगी।
-रणविजय सिंह, एसपी सिटी
तीन महीने से नहीं मिल रही मंथली रकम
गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (जीआइपीएल) कंपनी द्वारा बाइक बोट टैक्सी स्कीम संचालित है। बाइक टैक्सी लगवाने पर हर महीने मोटी रकम का लालच दिया गया। इसके लिए प्रतिव्यक्ति एक बाइक लगवाने के नाम पर 62,100 रुपये लेकर 12 महीनों तक हर माह 9765 रुपये खाते में डाले जाते हैं। इन्वेस्ट रकम सालभर में दोगुनी करने का दावा किया जाता है। स्कीम से जुड़कर मेरठ और आसपास के हजारों लोगों ने करोड़ों रुपेय इस स्कीम में निवेश कर दिए। लेकिन तीन माह से मंथली रकम न मिलने पर निवेशकों में हड़कंप मचा हुआ है।
बिचौलिए की लोकेशन हरियाणा में मिली
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर के गांव सिसौली (थाना भौरा कलां) निवासी पूर्व फौजी बिजेंद्र बाइक बोट कारोबार से जुड़ा था। गत 30 जनवरी को वह कंकरखेड़ा क्षेत्र की ड्रीम कॉलोनी से लापता हो गया था। पुलिस ने उसके दोस्त त्रिवेंद्र के घर से उसका पर्स, आइडी और चप्पल बरामद की थी। पुलिस को पता चला है कि बिजेंद्र हरियाणा में रुका हुआ है। वह अपनी ससुराल के संपर्क में है।
पीड़ितों ने बनाया अपना वॉट्सएप ग्रुप
स्कीम में मोटी रकम लगाने वाले पीड़ितों ने अपना एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया है। बुधवार को ग्रुप में उन्होंने जमकर भड़ास निकाली। किसी ने कहा कि लाखों रुपये लगाकर रकम वापस नहीं मिल रही, जिससे वह बर्बादी के कगार पर आ गया। वहीं किसी का कहना है कि अगर उसकी रकम वापस नहीं मिली तो वह कंपनी को आग लगा देंगे। पीडि़तों में लगातार आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
इनका कहना है
बाइक बोट के कारोबार से जुड़े पूर्व फौजी की लोकेशन हरियाणा में मिली है। स्कीम के नाम पर पैसा हड़पने या फर्जीवाड़ा करने के संबंध में अभी लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलते ही कानून कार्रवाई अमल में लायी जाएगी।
-रणविजय सिंह, एसपी सिटी
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