जानिए कौन हैं बिजनौर की बेटी मेघना, जो वूमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप के पहले मैच में चमकी, परिजनों को गर्व
International Womens Day 2022 बिजनौर के नेहरु स्टेडियम में आकर क्रिकेट का अभ्यास करने वाली मेघना सिंह आज क्रिकेट की दुनिया का चमकता सितारा बन गई हैं। क्रिकेट के क्षितिज पर चमका महिला क्रिकेटर का सितारा। लड़कों के साथ अभ्यास कर बनी टीम इंडिया का हिस्सा।
बिजनौर, जागरण संवाददाता। किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किए गए प्रयास कभी व्यर्थ नहीं जाते। पूरे मनोयोग से किए गए प्रयास का परिणाम ही है कि कोतवाली देहात से दिन में दो बार बिजनौर के नेहरु स्टेडियम में आकर क्रिकेट का अभ्यास करने वाली मेघना सिंह आज क्रिकेट की दुनिया का चमकता सितारा बन गई हैं।
कोतवाली देहात निवास विजय वीर सिंह एवं रीना देवी की पुत्री मेघना सिंह अभावों में पली बढ़ी हैं। पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं तो मां स्वास्थ्य विभाग में आशा कार्यकत्री के रूप में कार्य करती हैं। चार बहनों और एक भाई में सबसे बड़ी मेघना को बच्चों के साथ क्रिकेट खेलते देखा तो दादा प्रेमपाल वर्ष 2008 में उन्हें लेकर नेहरु स्टेडियम पहुंचे। उन्होंने तत्कालीन क्रिकेट कोच लक्ष्यराज त्यागी से उन्हें क्रिकेट का ककहरा सिखाने का अनुरोध किया। लक्ष्यराज त्यागी ने मेघना को क्रिकेट के गुर सिखाने शुरू किए। मेघना ने लड़कों के साथ अभ्यास करना शुरू किया। धीरे-धीरे मेघना की गेंदबाजी और बल्लेबाजी में निखार आने लगा। मीडियम पेसर मेघना की गेंदबाजी देख सीनियर खिलाड़ी भी चकित रह गए। उनकी गेंदबाजी बल्लेबाजों में खौफ पैदा कर देती तो बल्लेबाजी में वह गेंदबाजों के छक्के छुड़ा देतीं।
दिन में दो बार आती थीं स्टेडियम
अपवाद को छोड़ दिया जाए तो मेघना सिंह कभी भी अभ्यास सत्र के दौरान गैरहाजिर नहीं रहीं। सर्दी हो या गर्मी, वह निर्धारित समय पर सुबह और शाम स्टेडियम पहुंचकर अभ्यास करती। उनका लड़कों के साथ अभ्यास करना कई खिलाड़ियों को रास नहीं आ रहा था। वह मेघना का असहयोग करते, लेकिन कोच लक्ष्यराज त्यागी और तत्कालीन वरिष्ठ मानव सचदेवा, संजीव चौधरी, वसीउलहसन, अमित श्रीवास्तव एवं साकिब के डर से उनका विरोध नहीं कर पाते। सुबह और शाम 40-40 किलोमीटर के थका देने वाले सफर के बावजूद उन्होंन अभ्यास करना नहीं छोड़ा।
मेघना की मेहनत जल्द रंग लाई
मेघना सिंह की मेहनत रंग लाने लगी। वर्ष 2009-10 में उनका चयन अंडर 19 महिला यूपी टीम का हिस्सा बनीं। शानदार प्रदर्शन का इनाम भी उन्हें मिला और वह लगातार वर्ष 2019 तक यूपी टीम का हिस्सा रहीं। वर्ष 2012-13 में मेघना सीनियर महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा बनीं। प्रतिभा के बल पर उन्होंने वर्ष 2014 में रेलवे में टिकट कलेक्टर के रूप में नौकरी प्राप्त की। वह रेलवे की ओर से खेलती रहीं। मेघना की कामयाबी का सिलसिला यहीं नहीं थमा। वर्ष 2019 में वह इंडिया महिला ए टीम का हिस्सा बनीं, इसके बाद वह 2020 में दुबई में खेली गई महिला आईपीएल टूर्नामेंट में वैलेसिटी टीम का हिस्सा बनीं। वर्ष 2021 में उन्होंने इंडिया कैंप किया। कैंप में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर उनका 24 अगस्त 2021 को आस्ट्रेलिया के विरुद्ध टेस्ट, ओडीआई एवं ट्वेंटी-20 के लिए चयन हुआ। आस्ट्रेलिया सीरीज खत्म होने के बाद न्यूजीलैंड के विरूद्ध देश की महिला टीम का हिस्सा बनीं। लगातार बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए उनका चयन महिला वर्ल्डकप टीम में हुआ। छह मार्च 2022 को मेघना सिंह ने वर्ल्ड कप का पहला मैच पाकिस्तान के विरुद्ध खेला। उन्होंने पाकिस्तान पर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने मात्र सात ओवरो में तीन मेडन फेंके और मात्र 21 देकर एक विकेट भी हासिल किया।