कई बड़े शहरों में वारदात करने वाला गैंग पकड़ा, जानिए कैसे बचता रहा गिरोह
देश के कई बड़े शहरों में चोरी, लूट और डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले एक गैंग को मेरठ एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। ये गैंग चारी करके वेस्ट यूपी में आकर छिप जाता था।
By Taruna TayalEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 11:25 AM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 11:25 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। देश के कई बड़े शहरों में चोरी, लूट व डकैती की वारदातों को अंजाम देने वाले एक बड़े गिरोह को एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह गैंग देश की पुलिस और तमाम इन्वेस्टीगेशन टीम के लिए सिरदर्द बना हुआ था। गैंग दिल्ली, मुंबई, नागपुर, हैदराबाद, भोपाल आदि शहरों में चोरी, लूट व डकैती की घटनाओं को अंजाम देता रहा है। तीन लाख की नकदी समेत लाखों के आभूषण बरामद किए गए हैं।
ऐसे पकड़ में आया गैंग
12 फरवरी को नागपुर में एक महिला चिकित्सक के यहां से कई लाखों की नकदी समेत 30 लाख का सामान लूटा गया था। लेकिन यहां पर सीसीटीवी फुटेज में आरोपित कैद हो गए थे। नागपुर पुलिस लुटेरों की तलाश कर रही थी। इसी बीच एसटीएफ की मेरठ यूनिट को सूचना मिली कि नागपुर में लूट करने वाले मेरठ में घूम रहे हैं।
ये चार हुए गिरफ्तार
एसटीएफ ने सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सीताराम हॉस्टल के पास हापुड़ जिले के वसीम पुत्र नसीम निवासी गांव सरावा, नदीम उर्फ काला पुत्र शगीर निवासी बहादुरगढ़ व शाहनवाज उर्फ त्यागी पुत्र बाबू निवासी हापुड़, रईस पुत्र रफीक निवासी गजरौला को गिरफ्तार कर लिया।
100 से अधिक घटनाएं
आरोपितों के पास से तीन लाख रुपये नकद, स्विफ्ट कार, सोने के आठ व चांदी के सात सिक्के, सोने का एक मंगलसूत्र, 14 सोने के बिस्कुट, सोने के एक जोड़ी कुंडल, प्लेटिनम की एक अंगूठी, दो चेक बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया कि वह पांच साल से उप्र, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तराखंड आदि राज्यों के शहरों में 100 से अधिक चोरी, लूट व डकैती की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
सुबह 11 से दो बजे के बीच करते थे वारदात
गिरोह के सरगना नदीम उर्फ काला ने बताया कि वह सुबह 11 से दो बजे के बीच घटना करते थे। उस समय ज्यादातर लोग दफ्तर और बच्चे स्कूल चले जाते हैं। घर या तो खाली रहता है या फिर वहां कम लोग रहते हैं। घटना के बाद वह पश्चिम में आ जाते थे, इसलिए कभी नहीं पकड़े गए।
इनका कहना है
एसटीएफ ने नागपुर पुलिस से संपर्क साधा है। वह आरोपितों को लेने के लिए मेरठ रवाना हो गई है। आरोपितों को रिमांड पर नागपुर ले जाया जाएगा। देश में कई बड़ी घटनाओं को यह गिरोह अंजाम दे चुका है। एसटीएफ के लिए यह बड़ी सफलता है।
-ब्रिजेश कुमार,सीओ-एसटीएफ
ऐसे पकड़ में आया गैंग
12 फरवरी को नागपुर में एक महिला चिकित्सक के यहां से कई लाखों की नकदी समेत 30 लाख का सामान लूटा गया था। लेकिन यहां पर सीसीटीवी फुटेज में आरोपित कैद हो गए थे। नागपुर पुलिस लुटेरों की तलाश कर रही थी। इसी बीच एसटीएफ की मेरठ यूनिट को सूचना मिली कि नागपुर में लूट करने वाले मेरठ में घूम रहे हैं।
ये चार हुए गिरफ्तार
एसटीएफ ने सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सीताराम हॉस्टल के पास हापुड़ जिले के वसीम पुत्र नसीम निवासी गांव सरावा, नदीम उर्फ काला पुत्र शगीर निवासी बहादुरगढ़ व शाहनवाज उर्फ त्यागी पुत्र बाबू निवासी हापुड़, रईस पुत्र रफीक निवासी गजरौला को गिरफ्तार कर लिया।
100 से अधिक घटनाएं
आरोपितों के पास से तीन लाख रुपये नकद, स्विफ्ट कार, सोने के आठ व चांदी के सात सिक्के, सोने का एक मंगलसूत्र, 14 सोने के बिस्कुट, सोने के एक जोड़ी कुंडल, प्लेटिनम की एक अंगूठी, दो चेक बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया कि वह पांच साल से उप्र, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तराखंड आदि राज्यों के शहरों में 100 से अधिक चोरी, लूट व डकैती की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
सुबह 11 से दो बजे के बीच करते थे वारदात
गिरोह के सरगना नदीम उर्फ काला ने बताया कि वह सुबह 11 से दो बजे के बीच घटना करते थे। उस समय ज्यादातर लोग दफ्तर और बच्चे स्कूल चले जाते हैं। घर या तो खाली रहता है या फिर वहां कम लोग रहते हैं। घटना के बाद वह पश्चिम में आ जाते थे, इसलिए कभी नहीं पकड़े गए।
इनका कहना है
एसटीएफ ने नागपुर पुलिस से संपर्क साधा है। वह आरोपितों को लेने के लिए मेरठ रवाना हो गई है। आरोपितों को रिमांड पर नागपुर ले जाया जाएगा। देश में कई बड़ी घटनाओं को यह गिरोह अंजाम दे चुका है। एसटीएफ के लिए यह बड़ी सफलता है।
-ब्रिजेश कुमार,सीओ-एसटीएफ
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