वाहन कटान के लिए बदनाम मेरठ में एसएसपी का बड़ा फैसला, सोतीगंज के कमेले पर की तालाबंदी
Kamle of Sotiganj वाहन के कटान के लिए कुख्यात मेरठ के सोतीगंज बाजार में कमेले और लिप्त दुकानों को बंद कर दिया गया है। एसएसपी का आदेश आज से लागू हैं 800 दुकानें और 80 गोदाम। आज से पुलिस की सोतीगंज में गश्त रहेगी।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Kamle of Sotiganj चोरी के वाहनों की खरीद, बिक्री और उनके कटान के लिए बदनाम हो चुके मेरठ के बीच शहर स्थित सोतीगंज बाजार के कमेले और लिप्त दुकानों को 39 साल बाद रविवार से बंद करने का आदेश हो गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने सोतीगंज के कबाडिय़ों और वाहन चोरों पर दर्ज मुकदमों की विवेचना प्रभावित होने की वजह से शनिवार रात यह निर्णय लिया। रविवार से सोतीगंज बाजार के कमेले व लिप्त दुकानें अगले आदेश तक पूरी तरह बंद रहेंगी।
पुलिस की टीम गठित
एएसपी सूरज राय को आदेश का पालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए पुलिस टीम गठित कर दी गई है, जो रविवार से सोतीगंज बाजार में घूमती रहेगी। सदर बाजार थाना क्षेत्र के सोतीगंज बाजार में चोरी के वाहनों की कटान कर उनके हिस्सों, पुर्जों व उपकरणों को बेचा जा रहा था। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब समेत उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जनपदों से वाहन चोरी कर सोतीगंज लाए और काटे जाते थे। वाहन कटान करने के बाद उपकरणों को सोतीगंज से पंजाब भेजा जाता था।
शिकायतों के बाद कार्रवाई
तमाम शिकायतें मिलने पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने सोतीगंज में चोरी के वाहन कटान करने वालों पर कार्रवाई की। वाहन चोरों और वाहनों को काटने वाले आरोपितों की पूछताछ में सामने आया कि वे सोतीगंज की सभी दुकानों पर चोरी के वाहनों के कल-पुर्जे बेच चुके हैं। एएसपी सूरज राय ने बताया कि हाल में प्रचलित चल रही विवेचना सोतीगंज बाजार खुलने से खासी प्रभावित हो रही है क्योंकि दुकानदार साक्ष्य नष्ट कर सकते हैं। ऐसे में सभी ऐसी दुकानों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं, जिन दुकानदारों के यहां चोरी के वाहनों का सामान बेचा गया है।
मुकदमा दर्ज किया जाएगा
रविवार से वाहनों के उपकरण बेचने और खरीदारी करने वाली सभी दुकानों को बंद करा दिया जाएगा। उसके लिए रविवार से तीन दारोगा और 12 पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई है, जो सोतीगंज की निगरानी करेंगे। दुकान खोलने वाले पर तत्काल प्रभाव से मुकदमा दर्ज किया जाएगा। सोतीगंज में वाहनों को ठीक करने वाले मिस्त्री अपनी दुकानें खोल सकते हैं। चाय-पान, सब्जी, और दूसरे कारोबार से संबंधित सभी दुकानें पूर्ववत खुलेंगी। सोतीगंज में वाहनों की खरीद, बिक्री, कटान और कबाड़ का काम करने वाली करीब 800 दुकानें और 80 गोदाम हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार चोरी के वाहन कटान का यहां पहला मामला वर्ष 1982 में सामने आया था।
दुकानदारों में मचा हड़कंप
आदेश की जानकारी के बाद शनिवार रात दुकानदारों में हड़कंप मच गया। पुलिस की तरफ से जारी नोटिस को लेकर सभी दुकानदार सदर बाजार थाने पहुंचकर हंगामा करने लगे। इंस्पेक्टर ने समझाया कि डीएम और एसएसपी का आदेश है। आप लोग उनके पास जाकर अपना पक्ष रख सकते हैं। सदर बाजार पुलिस आदेश का रविवार से पालन कराएगी।
साक्ष्य को बचाने के लिए जरूरी
चोरी के वाहन कटान के बाद उपकरण दुकानों में पहुंचाए और बेचे जाते थे। विवेचना में सामने आया है कि इन सभी दुकानों में चोरी के वाहनों के उपकरण बेचे जा चुके हैं। अब संबंधित दुकानदार दुकान के स्टाक में हेराफेरी नहीं कर सकें इसीलिए उक्त दुकानों को बंद कराने के आदेश दिए गए हैं ताकि साक्ष्य नष्ट नहीं किए जा सकें। हालांकि कुछ दुकानें पहले से ही बंद हो चुकी हैं, बाकी दुकानों को रविवार से बंद करा दिया जाएगा।
- प्रभाकर चौधरी, एसएसपी