मेरठ पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर बोले, देश में है अघोषित इमरजेंसी Meerut News
भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रविवार को मेरठ पहुंचे। यहां उन्होंने 20 दिसंबर को हिंसा में मारे गए मृतकों के परिजनों से मुलाकात की।
मेरठ, जेएनएन। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रविवार को मेरठ पहुंचे। यहां उन्होंने 20 दिसंबर को हिंसा में मारे गए मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश में इस समय अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है। किसी को भी अपनी बात कहने पर गिरफ्तार कर लिया जाता है।
विपक्ष को नहीं रखने दी जा रही बात
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर अपनी बात समझाने के लिए भाजपा के कार्यकर्ताओं को और मंत्रियों को पूरी छूट है वह जगह जगह रैली करके बातें समझा रहे हैं लेकिन विपक्ष के नेता अगर इसकी कमियों को उठाने के लिए कहीं भी कार्यक्रम करते हैं तो उन पर मुकदमे कर दी जाते हैं। शुरुआत में उन्होंने जब इसके विरोध में बात की तो उन्हें जेल में डाल दिया गया। उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया कि वह किसी भी धरना प्रदर्शन में शामिल नहीं होंगे इसीलिए वह अभी तक मेरठ के मृतकों के परिवार से मिलने नहीं आ पाए थे।
काला कानून वापस ले सरकार
उन्होंने कहा कि संविधान में सभी को अपनी बात कहने का हक है इसलिए वे अपनी बात कहते रहेंगे। सरकार को यह काला कानून वापस ले लेना चाहिए अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो भीम आर्मी जेल भरो आंदोलन भी कर सकती है ऐसा भी नहीं है कि यह भाजपा सरकार हमेशा के लिए सत्ता में रहेगी अगर सरकार कानून नहीं बदलेगी तो जनता सरकार बदल देगी उन्होंने कहा कि भीम आर्मी से जुड़े एडवोकेट पीड़ित ऐसे परिवारों को कानूनी सलाह मुहैया करवाएंगे।
क्यों नहीं दी गई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि हिंसा में मारे गए मृतकों के परिवार वालों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं दी गई यह सरासर नाइंसाफी है। इस मौके पर उनके साथ सेवा समिति अध्यक्ष बदर अली भी मौजूद रहे। वहीं पुलिस ने धारा 144 लागू होने पर उन्हें नोटिस भी तामील कराया।