भाकियू कार्यकर्ताओं ने गन्ना भवन में डाला डेरा
मेरठ: भाकियू कार्यकर्ता शुक्रवार को गन्ना भवन में जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय के बाहर धरन
मेरठ: भाकियू कार्यकर्ता शुक्रवार को गन्ना भवन में जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना देकर बैठ गए। जिला गन्ना अधिकारी व उप गन्ना आयुक्त से बातचीत का दौर चला लेकिन बात नहीं बन सकी। इस पर किसान रात में भी वहीं रुके हुए हैं। उनकी मांग है कि जल्द मिल चालू हो, सभी किसानों का बकाया गन्ना भुगतान हो और शताब्दी नगर में एमडीए की जिस जमीन पर उन्होने गन्ना बोया है उसके लिए पर्ची जारी की जाए।
गन्ना भुगतान व मिल चालू कराने के संबंध में अधिकारियो ने आश्वासन दिया लेकिन किसान जिद पर अड़े रहे। वहीं एमडीए की जमीन पर बोये गए गन्ने के लिए मिल पर्ची जारी करने पर जिला गन्ना अधिकारी आनंद शुक्ला ने बताया कि जमीन पर मालिकाना हक एमडीए का है इसलिए उस पर बोए गए गन्ने के लिए इन किसानों को पर्ची जारी नहीं की जा सकती। किसान विजयपाल सिंह घोपला ने बताया कि जिला गन्ना अधिकारी पर्ची जारी न करने की बात लिखकर दें, मौखिक बात नहीं मानी जाएगी। गौरतलब है कि शताब्दी नगर में करीब 600 एकड़ जमीन पर किसानों का कब्जा है। बहरहाल किसान रात में भी वहीं डटे रहे। इसमें बाबा इलम सिंह, विजय पाल सिंह, नरेश चौधरी, संजय दौरालिया, अभय, धर्मेद्र व जितेंद्र आदि शामिल हैं।
काग्रेसियों ने प्रधानमंत्री का पुतला फूंका
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जासं, मेरठ : युवा कांग्रेस ने केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में शुक्रवार को कमिश्नरी के गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले का भी दहन किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुतले पर लगे प्रधानमंत्री के पोस्टर को पैरों के नीचे रौंदा और अपशब्द कहते हुए आग लगा दी। इस दौरान मौके पर पुलिस कर्मी भी तैनात थे, लेकिन किसी ने उन्हें रोकने का प्रयास नहीं किया। उधर, लोस क्षेत्र अध्यक्ष युगांश राणा ने बताया कि केंद्र सरकार की नीतियों ने आमजन को बर्बाद कर दिया है। पहले राफेल का घपला किया अब सीबीआई की छवि पर भी सरकार धब्बा लगा रही है। मोदी को अब प्रधानमंत्री पद पर रहने का हक नहीं हैं, ऐसे में उन्हें तत्काल त्यागपत्र दे देना चाहिए। धरना-प्रदर्शन के दौरान जावेद रहमान, मतीन अंसारी, डा. सुरेंद्र सिंह, हरिओम सोनकर, गौरव भाटी, विजय चिकारा आदि मौजूद रहे।