Hallmarking On Gold: सोने के गहने अब खुद कराएंगे शुद्धता की पहचान, हालमार्किंग से ये होंगे फायदे
सोना कितना ‘सोणा’ है... खुद बताएंगे गहने। छह अंकों का यूनीक कोड देगा आभूषण की शुद्धता की गवाही। आधार कार्ड की तरह यूनीक कोड में होंगे अंक। मोबाइल से एप डाउनलोड करने के बाद खुद कर सकेंगे अपने गहनों की जांच।
मेरठ, जागरण टीम। सोने के गहने खरीदने के बाद के कई बार नकली सोना होने की वजह से ग्राहकों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि सुनार अब बिना हालमार्क टैग के सोना नहीं बेच सकेंगे।
छह अंकों का यूनीक कोड होगा
अब सोने की शुद्धता की पहचान करना काफी आसान होगा, क्योंकि आधार कार्ड की तरह सोने की ज्वेलरी पर भी छह अंकों वाला हालमार्क कोड होगा। यह हालमार्क यूनीक कोड है। यह नंबर अल्फान्यूमेरिक है। इसके माध्यम से सोने की ज्वेलरी को ट्रेस करके पता लगाया जा सकता है कि सोना कितने कैरेट का और इसे कब बनाया गया है। सराफा बाजार में स्थापित हालमार्क सेंटर पर इस कोड की भी जांच हो पाएगी।
बीआइसी केयर एप बताएगा सोने की शुद्धता
मोबाइल पर बीआइसी एप डाउनलोड कर ग्राहक सोने की शुद्धता की जांच स्वयं कर सकते हैं। इस एप पर वेरीफाई एचयूआइडी सेक्शन में जाकर ज्वेलरी की सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसमें सोने की शुद्धता से लेकर कैरेट और यहां तक कि ज्वेलरी कब बनाई गई, इसकी जानकारी भी मिलेगी।
मेकिंग चार्ज पर नहीं पड़ेगा असर
हालमार्क नियम लागू होने के बाद मेकिंग चार्ज पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यह पहले की तरह ही लगाया जाएगा। हालमार्क का लाभ यह होगा कि अब हालमार्क वाला सोना बेचने पर सुनार उसमें कटौती नहीं कर पाएगा।
सोने पर हालमार्किंग से ये होंगे फायदे
- नकली और कम शुद्धता वाले गहनों की बिक्री पर रोक लगेगी।
- सोने से बनी ज्वेलरी कितने कैरेट की है, ग्राहकों को इसकी गारंटी मिलेगी।
- सोने की ज्वेलरी को ट्रेस करना आसान होगा।
पिछले छह माह से हमारा प्रयास है कि हालमार्क और एचयूआइडी कोड लगाकर ज्वेलरी दी जाए। इस नियम के लागू होने के बाद ग्राहकों का विश्वास बढ़ेगा और सोने की खरीद के साथ बेचने में भी अब लोग झिझक महसूस नहीं करेंगे। -अभिषेक जैन, निदेशक तनिष्क शोरूम गढ़ रोड
शहर में दो हजार सराफा दुकानदार हैं। इतने बड़े स्तर पर पुराने स्टाक को हालमार्क करने के लिए संगठन ने समयसीमा बढ़ाने की मांग की थी। भारतीय मानक ब्यूरो ने कुछ रियायत दी है। 30 जून तक पुराने 4 नंबर वाले हालमार्क गहनों को बेचने की छूट दी गई है। -विजय आनंद अग्रवाल, महामंत्री मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन
हम पिछले छह माह से इस नियम का पालन कर रहे हैं। इसका फायदा तभी होगा जब ग्राहक जागरूक होंगे। इसमें थोड़ा समय लगेगा। यहां तक कि अभी ग्राहकों को हालमार्किंग की भी पूरी जानकारी नहीं है। इसलिए लोगों को जागरूक करना जरूरी है। - अंकुर जैन, निदेशक जैना ज्वेलर्स आबू प्लाजा