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बराक ओबामा ले चुके हैं खुर्जा के डिनर सेट में खाने का जायका, कलाम ने की थी पॉटरी उत्पादों की प्रशंसा

खुर्जा में बने प्लेटिनम पेंटेड हैंड पेटेंट टी-सेट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को भेंट किया गया है। इससे पूर्व भी खुर्जा की कारीगरी को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी सराहा था।

By Taruna TayalEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 08:00 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 08:00 AM (IST)
बराक ओबामा ले चुके हैं खुर्जा के डिनर सेट में खाने का जायका, कलाम ने की थी पॉटरी उत्पादों की प्रशंसा
दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने की थी पॉटरी उत्पादों की प्रशंसा।

बुलंदशहर, अनुज सोलंकी। मिट्टी के बर्तन बनाने में महारथ हासिल कर चुके खुर्जा को अपने कारीगरों पर गुमान है। यहां की कारीगरी का हर कोई दीवाना है। यहां बने प्लेटिनम पेंटेड हैंड पेटेंट टी-सेट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को भेंट किया गया है। इससे पूर्व भी खुर्जा की कारीगरी को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी सराहा था। अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति ने भी भारत के दौरे के समय यहां से गए डिनर सेट में खाने का जायका लिया था। खुर्जा जंक्शन मार्ग स्थित प्रीमियर सिरेमिक इंडस्ट्री के संचालक रामेश्वर बताते है, वर्ष 2015 में बराक ओबामा तीन दिवसीय भारत दौरे पर आए थे, तो उनके आने के कुछ दिन पहले ही दिल्ली से कुछ लोग पॉटरी में आए। उन्हें प्रीमियर इंडस्ट्री का डिनर सेट काफी पसंद आया। वह उसे दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में आयोजित बराक ओबामा के डिनर के लिए अपने साथ ले गए थे। पॉटरी संचालक ने बताया, उस समय बराक ओबामा ने खुर्जा के डिनर सेट में खाने का जायजा लिया था। उन्होंने डिनर के दौरान इस सेट की तारीफ की थी। कारोबारी रामेश्वर ने बताया कि उनकी इंडस्ट्री से कई देशों में उत्पाद जाते हैं। कई वर्ष से रामेश्वर खुर्जा नहीं आ पाए हैं। वह बिहार राज्य में एमएलसी हैं।

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दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने भी की थी खुर्जा की हस्तकला की प्रशंसा

खुर्जा सेंट्रल ग्लास सिरेमिक रिसर्च इंस्टीट्यूट के पूर्व प्रभारी वैज्ञानिक डा. एलके शर्मा ने बताया कि वर्ष 2008 में पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम खुर्जा आए थे और उन्होंने मुंडाखेड़ा मार्ग स्थित एसआर पॉटरी का भ्रमण किया था। यहां उन्होंने उत्पादों की जमकर तारीफ की थी। साथ ही कहा था कि ना मिट्टी खुर्जा की है और ना ही रॉ मटेरियल यहां का है, इसके बाद भी यहां खूबसूरत उत्पाद तैयार किए जाते हैं। यहां की हस्तकला को देखने के लिए ही डा. कलाम खुर्जा आया हूं। डा. एलके शर्मा ने बताया कि उन्हें कारोबारियों ने काफी गिफ्ट दिए थे, लेकिन वह महज दो ही गिफ्ट अपने साथ ले गए थे। जिसमें एक कुरान की आयत लिखी प्लेट और दूसरा सीजीसीआरआई द्वारा फुल प्लेट पर लिक्विड गोल्ड से बनाया गया उनका फोटोग्राफ वाला गिफ्ट शामिल था।

दो बार राज्यपाल कर चुकी हैं दौरा

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दो बार खुर्जा पॉटरी इकाइयों का दौरा कर चुकी हैं। 12 जनवरी 2021 और उसके बाद भी उन्होंने कई पॉटरी का दौरा किया था। दौरे के दौरान उन्होंने यहां की कारीगरी को बारीकियों को देखा था। साथ ही रॉ मैटेरियल से प्रोडक्ट बनाने और उसे शोरूम तक पहुंचाने के विषय में भी जानकारी जुटाई थी। वहीं यहां के उत्पादों की जमकर तारीफ की थी।

खुर्जा की पॉटरी इकाइयों पर नजर

खुर्जा पॉटरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि राणा ने बताया कि 250 इकाइयां उनकी मेंबर हैं। इसके अलावा 50 से अधिक इकाइयां और भी हैं। यहां पर डिनर सेट, टी-सेट, फूलदान, इंसुलेटर समेत सजावटी वस्तुएं तो बनती ही हैं। इसके अलावा लैबोरेट्री में प्रयोग आने वाले उपकरण भी यहां बनाए जाते हैं। यहां का सालाना कारोबार 100 करोड़ से भी अधिक है।

मेहंदी कोन में डाली जाती है मिट्टी और कलर

कारोबारी गुलजीत सिंह मिन्हास ने बताया की महिलाएं कोन में मेहंदी भरकर हाथ पर लगाती है। डिनर सेट या अन्य प्रोडक्ट पर नक्काशी के दौरान मेहंदी कोन में मेहंदी की जगह कलर भरा जाता है। इसके बाद जिस तरह से हाथों पर कोन के जरिए मेहंदी के डिजाइन तैयार किए जाते है, उसी तरह से कारीगर मिट्टी और कलर के मिश्रण से टी सेट पर डिजाइन तैयार करते हैं। 

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