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बागपत की बेटी आंचल चौहान ने यूपीएससी में पाई ऑल इंडिया 183 रैंक, चौथे प्रयास में हासिल की सफलता

बागपत की बेटी आंचल चौहान ने यूपीएससी में ऑल इंडिया 183 वीं रैंक हासिल की है। आंचल ने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी उत्तीर्ण कर सफलता हासिल की है। पूरे परिवार में खुशी छा गई।

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 03:04 PM (IST)Updated: Wed, 05 Aug 2020 01:57 AM (IST)
बागपत की बेटी आंचल चौहान ने यूपीएससी में पाई ऑल इंडिया 183 रैंक, चौथे प्रयास में हासिल की सफलता
बागपत की बेटी आंचल चौहान ने यूपीएससी में पाई ऑल इंडिया 183 रैंक, चौथे प्रयास में हासिल की सफलता

बागपत, जेएनएन। बागपत की बेटी आंचल चौहान ने यूपीएससी में ऑल इंडिया 183 वीं रैंक हासिल की है। आंचल ने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी उत्तीर्ण कर सफलता हासिल की है। बेटी की इस सफलता से व्यवसायी पिता अजय चौहान समेत पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। जिले के ग्राम पाली निवासी व्यवसायी अजय चौहान का परिवार नगर की चौहान एन्कलेव में रहता है। उनकी बड़ी पुत्री आंचल चौहान पिछले चार साल से यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। वर्ष 2019 में आंचल ने चौथा प्रयास किया। मंगलवार को यूपीएससी का रिजल्ट घोषित हुआ, तो आंचल चौहान की ऑल इंडिया में 183 वीं रैंक आई। इस पर पूरे परिवार में खुशी छा गई।

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मेहनत व लगन से पाई सफलता

आंचल ने 2010 में कक्षा 10 क्रिस्तु ज्योति स्कूल से 85 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की। इसके बाद कक्षा 12 डीपीएस सोनीपत से 93 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की। आंचल ने वर्ष 2016 में एमेटी नोएडा से बीटेक इलेक्ट्रॉनिक व कम्यूनिकेशन से किया। इसी साल आंचल ने पहली बार बिना तैयारी यूपीएससी की परीक्षा दी। सफलता नहीं मिलने पर आंचल ने दिल्ली में एक कोचिंग संस्थान से यूपीएससी की कोचिंग की। एक साल कोचिंग करने के बाद आंचल ने घर पर तैयारी करते हुए लगातार यूपीएससी की परीक्षा दी। अपनी मेहनत व लगन से आंचल ने चौथे प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की।

बागवानी का है शौक

आंचल बताती है कि जब पढ़ाई करते हुए थक जाती थी, तो बागवानी करती। बागवानी ही उनका शौक है। फिल्म देखना या गाने सुनना कम पसंद है। घर के कामों में माता अनीता चौहान का भी हाथ बंटाती है। इसके साथ ही आंचल छोटे भाई बलवान चौहान व बहन अनुभा के साथ टीवी देखना पसंद करती है।

खुद के नोट्स बनाने का मिला फायदा

आंचल ने बताया कि भूगोल विषय व जनरल स्टडी की तैयारी करने में एनसीईआइटी की किताबों की मदद ली। इसके अलावा भूगोल विषय के सिलेबस के हिसाब से अन्य राइटर की किताबों का भी सहारा लिया। आंचल बताती है कि भूगोल विषय व जनरल स्टडी के लिए खुद के नोट्स बनाए। इसका फायदा उन्हें मेन एग्जाम में मिला। साथ ही निबंध व इंटव्यू के लिए अखबारों के संपादकीय लेखों व टीवी चैनलों की विभिन्न अंतराष्ट्रीय व राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर डिबेट की भी मदद ली। 


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