Baghpat News: सिक्का डालने के बहाने जीजा से रुकवाई बाइक और युवती ने अचानक यमुना में लगा दी छलांग
Girl jumped in Yamuna यूपी-हरियाणा बार्डर पर बागपत में शुक्रवार को अपने जीजा के साथ बाइक पर जा रही युवती ने अचानक बाइक रुकवाई और यमुना में छलांग लगा दी। हालांकि युवती को तलाशने के बजाए सीमा विवाद में ही उलझी रही।
बागपत,जागरण संवाददाता। Girl jumped in Yamuna बागपत में यूपी-हरियाणा बार्डर के निवाड़ा पुल से शुक्रवार को एक युवती ने यमुना में छलांग लगा दी। उसने अपने जीजा से एक रुपये का सिक्का यमुना में डालने के बहाने बाइक रुकवाई थी। घटना से अफरा-तफरी मच गई। यूपी और हरियाणा की पुलिस युवती को तलाश करने के बजाए सीमा विवाद में उलझी हुई है।
और अचानक लगा दी छलांग
मुजफ्फरनगर शहर निवासी नरेंद्र के मुताबिक वह अपनी साली 21 वर्षीय नीतू के साथ शुक्रवार को हरियाणा के जनपद सोनीपत में अपनी बहन के घर गए थे। शनिवार सुबह वहां से गाजियाबाद के कस्बा लोनी के लिए बाइक से चले थे। निवाड़ा पुल पर पहुंचने पर नीतू ने यमुना में एक रुपये का सिक्का डालने के बहाने बाइक रुकवाई। फिर पुल से यमुना में छलांग लगा दी। उनके चिल्लाने पर राहगीरों की भीड़ एकत्र हो गई।
पुलिस ने की अमानवीयता की हदें पार
हादसे के बाद यूपी के बागपत और हरियाणा के सोनीपत की पुलिस सीमा विवाद में उलझ गई। पुलिस ने युवती को यमुना में तलाश कराने की जरूरत नहीं समझी। पुलिस की कार्यशैली की राहगीर निंदा करते नजर आए।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना
हथिनी कुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। वर्तमान में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। ज्यादा पानी होने की वजह से स्थानीय गोताखोर भी नजर नहीं आ रहे हैं।
हरियाणा क्षेत्र में हुआ हादसा
वहीं कोतवाली प्रभारी रवि रतन सिंह का कहना है कि हरियाणा के सोनीपत क्षेत्र में हादसा हुआ है। सोनीपत पुलिस कार्रवाई कर रही है। फिर भी वे अपने स्तर से स्थानीय गोताखोरों से यमुना में युवती की तलाश कराई जा रही है।
हथिनीकुंड बैराज से 13 घंटे में फिर छोड़ा सात लाख क्यूसेक पानी
वहीं हथनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 11 अगस्त की सुबह छोड़े गए पानी ने जनपद की सीमा में प्रवेश कर लिया है। देर शाम तक नदी का पानी टांडा, जागोस, कोताना आदि गांव के खेतों तक पहुंच गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बढ़े जलस्तर का निरीक्षण करते हुए लोगों को सलाह दी है कि अब वे कतई नदी किनारे न जाए और किसान खेतों में भी पानी के स्तर को देखकर ही जाए। उधर, शुक्रवार को भी हथनीकुंड बैराज से नदी में 13 घंटे में लगभग सात लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।