देखिए गांव में घुसा हाथी का बच्चा, अजगर ने निगला नील गाय का बच्चा
अगर आप जंगली जंतुओं की गतिविधियां देखना पसंद करते हैं तो यहां देखिए कैसे हाथी का बच्चा गांव में पहुंच गया। अजगर ने नील गाय के बच्चे को निगल लिया।
मेरठ (जेएनएन)। बारिश के मौसम में जंगली जंतुओं का बस्ती में घुसने का सिलसिला जारी है। बिजनौर में एक हाथी का बच्चा परिवार से बिछड़कर फिर गांव में पहुंच गया। वहीं, एक अजगर सीरस के पेड़ पर चढ़ गया। उधर, बुलंदशहर के एक गांव में अजगर नील गाय के बच्चे को निगल गया।
परिवार से बिछड़ गया
विगत 17 सितंबर को अपने परिवार से बिछड़ने पर हाथी का बच्चा जंगल से भटककर साहूवाला वन रेंज से सटे गांव मदपुरी पहुंच गया था। सूचना पर वनकर्मी हाथी के बच्चे को पकड़कर जंगल ले गए थे। इसके बाद हाथी का बच्चा गुरुवार को क्षेत्र के गांव वनबिटोल के पास दिखाई दिया। वनकर्मी फिर उसे जंगल में ले गए। सोमवार दोपहर यह हाथी का बच्चा क्षेत्र के ग्राम रहमापुर के पास एक गन्ने के खेत में दिखा। साहूवाला रेंज के वनकर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से हाथी के बच्चे को पकड़ा और गांव लाकर पेड़ से बांध दिया। सूचना पर पहुंचे वनकर्मियों ने हाथी के बच्चे को जंगल में ले गए। साहूवाला रेंज के वन क्षेत्रधिकारी बीरेंद्र सिंह रावत ने इसकी पुष्टि की।
सीरस के पेड़ पर चढ़ा अजगर
रेहड़ थाना क्षेत्र के ग्राम कल्लूवाला में एक 30 फुट ऊंचे सीरस के पेड़ पर लगभग आठ फुट लंबा अजहर चढ़ गया। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग अधिकारी मौके पर पहुंचे और अजगर को पेड़ से नीचे उतारा। बाद में उन्होंने अजगर को कंपार्टमेंट संख्या-18 में छोड़ दिया। ग्राम कल्लूवाला स्थित मोबाइल टावर के पास खड़े सीरस के पेड़ पर ग्रामीणों ने अजगर को चढ़ते हुए देखा। उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग अधिकारियों को दी। सूचना मिलने पर वन दारोगा जयपाल सिंह, वनरक्षक सुरेश कुमार, राधेश्याम, जाफर अली व मोहसिन आदि मौके पर पहुंचे और डंडे आदि से अजगर को पेड़ से उतारने का प्रयास किया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद वनकर्मी अजहर को पेड़ से उतारने में कामयाब हो पाए। बाद में वनकर्मी अजगर को पकड़कर अमानगढ़ वन रेंज ले गए और उसे कंपार्टमेंट-18 में छोड़ दिया। इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
अजगर ने निगला नील गाय का बच्चा
बुलंदशहर के बीबीनगर क्षेत्र के सैदपुर-भिरावटी गांव के जंगल में अजगर ने नील गाय के बच्चे को निगल लिया। वन दारोगा मुकेश सिरोही के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची तथा अजगर को बोरे में बंद कर ले गई। मुकेश सिरोही ने बताया कि अजगर को लखावटी नहर पर जंगल में छोड़ा गया है। उसका वजन लगभग 20-25 किलोग्राम और लंबाई करीब बारह फुट थी। बताया कि अजगर नीलगाय के बच्चे को निगल गया था, लेकिन बाद उसने उगल दिया।