इंटरनेशनल बहुभाषाई संगोष्ठी में जुटेंगे देश-विदेश के साहित्यकार
उर्दू, ¨हदी और अंग्रेजी साहित्य और उसके विद्वान एक साथ एक मंच पर दिखेंगे। सात दिसंबर से 10 दिसंबर तक चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में इंटरनेशनल बहु भाषाई संगोष्ठी होने वाला है।
मेरठ । उर्दू, ¨हदी और अंग्रेजी साहित्य और उसके विद्वान एक साथ एक मंच पर दिखेंगे। सात दिसंबर से 10 दिसंबर तक चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में इंटरनेशनल बहु भाषाई संगोष्ठी होने वाला है। इसमें जर्मनी, अमेरिका, कनाडा, कतर, बंगलादेश के अलावा कश्मीर, पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड, यूपी, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तेलंगाना आदि अन्य राज्यों से साहित्यकारों का जमावड़ा लगेगा।
विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग और उप्र उर्दू अकादमी की ओर से होने वाली इस चार दिवसीय संगोष्ठी में प्रसिद्ध ¨हदी, उर्दू, अंग्रेजी के साहित्यकार, कवि, शायर, समीक्षक, विद्वान, बुद्धिजीवी भाग लेंगे। प्रो. असलम जमशेदपुरी ने पत्रकारों को बताया कि भाषाओं के विकास और साहित्यिक पुर्नोत्थान के साथ-साथ युवा साहित्यकारों के साहित्य को परखने, उनके कार्यो को जनता के समक्ष लाने, साहित्यिक विरासत को बचाने और पश्चिमी उप्र में साहित्यिक वातावरण बनाने के लिए यह आयोजन किया गया है।
उद्घाटन सत्र में ये होंगे
सात दिसंबर को बृहस्पति भवन में उद्घाटन समारोह है। अध्यक्षता जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रो. एमरेटर्स प्रो. शमीम हनफी, कुलपति प्रो. एनके तनेजा, जर्मनी से आरिफ नकवी, डॉ. सैय्यद, दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रो. इरतिजा करीम, उर्दू के समालोचक प्रो. जमा आजुर्दा रहेंगे।
प्रेमचंद के साहित्य भी सुनेंगे, बुक फेयर भी लगेगा
डॉ. आरिफ अली ने बताया कि संगोष्ठी में 10 सत्र होंगे। साहित्य के हस्तियों की स्मृति में यह आयोजन होगा। पहले सत्र में मुंशी प्रेमचंद, गोपाल दास नीरज की याद में कार्यक्रम होंगे। इंग्लिश सत्र में प्रो. अरुण कुमार की याद में कार्यक्रम होगा, जबकि हफीज मेरठी की याद में गजल के कार्यक्रम होंगे। सात दिसंबर को शाम को सिंगर मुकेश तिवारी गजल पेश करेंगे। यूनाइटेड प्रोग्रेसिव थियेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष भारत भूषण शर्मा ने बताया कि आठ दिसंबर को शाम को मुशायरा होगा। नौ दिसंबर को आरजी पीजी कॉलेज में खाक-ए-वतन नाटक का मंचन होगा। आठ दिसंबर को आर्ट गैलरी, बुक फेयर भी लगेगा।