मेरठ: यजुर्वेद के मंत्रों से गूंजा औघड़दानी मंदिर परिसर, 125 यजमानों ने किया संयुक्त पार्थीवेश्वर रूद्राभिषेक
कैंट स्थित बाबा औघड़नाथ मंदिर में सोमवार प्रात वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ श्री पार्थीवेश्वर रूद्राभिषेक किया गया। इसमें मिट्टी के 25 शिवलिंग बनाकर विभिन्न द्रव्यों से पूजन हुआ। मंदिर परिसर में 31 ब्राह्मणों के साथ 125 यजमानों ने आयोजन में हिस्सा लिया।
मेरठ, जागरण संवाददाता। कैंट स्थित बाबा औघड़नाथ मंदिर में सोमवार प्रात: वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ श्री पार्थीवेश्वर रूद्राभिषेक किया गया। इसमें मिट्टी के 25 शिवलिंग बनाकर विभिन्न द्रव्यों से पूजन हुआ। मंदिर परिसर में 31 ब्राह्मणों के साथ 125 यजमानों ने आयोजन में हिस्सा लिया। यजुर्वेद के मंत्रों के साथ शिवलिंग का पूजन हुआ। कार्यक्रम के संयोजक पंडित चरण दत्त कात्यायन ने बताया कि डा. गुणप्रकाश चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज के सान्निध्य में रूद्राभिषेक का आयोजन हुआ। श्रीमद् भागवत कथा सायं के समय जारी है।
इन वस्तुओं से हुआ महादेव का अभिषेक
मिट्टी के शिवलिंग तैयार कर मुख्य रूप से गन्ने का रस, गंगाजल, दूध, धतूरा, रोली, चावल, कलावा, कपूर, अगरबत्ती, शमी के बीज, कमल के फूल, बिल्वपत्र, मिठाई, पान-सुपारी, इलायची समेत विभिन्न द्रव्यों से यजुर्वेद के मंत्रोच्चारण के साथ अभिषेक किया गया।
ये रहे यजमान
मुख्य पार्थीवेश्वर पर ज्ञानेंद्र अग्रवाल व रश्मि अग्रवाल ने सपरिवार रूद्राभिषेक किया। कथा के यजमान अनिल पाठक व रमा पाठक रहे। पंडित धर्नीधर, पंडित दिवाकर व पंडित चरण दत्त कात्यायन ने विधि-विधान संपन्न कराए।
कल होगा पार्थीवेश्वर लक्षार्चन
श्रीबाबा औघड़नाथ शिव मंदिर समिति के अध्यक्ष महेश कुमार बंसल व अग्रसेन सेवा ट्रस्ट के महामंत्री गिरीश कुमार बंसल ने बताया कि मंगलवार प्रात: आठ बजे विभिन्न द्रव्यों से पार्थीवेश्वर लक्षार्चन किया जाएगा। श्रीमद् भागवत कथा का समापन सात जुलाई व प्रसाद वितरण आठ जुलाई को होगा।