बागपत में प्रधान पर फायर झोंका, सूचना पर पहुंची पुलिस पर भी हमला, वर्दी फाड़ी
Baghpat News बागपत के बावली गांव के प्रधान गौरव तोमर के अनुसार वह अमरपाल के घर पर बीमार व्यक्ति को देखने गए थे। इस दौरान मोहल्ले में पतंगबाजी को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। वह विवाद सुलझाने का प्रयास कर रहे थे तभी उन पर हमला किया गया।
बागपत, जागरण संवाददाता। बड़ौत क्षेत्र के बावली गांव में ग्राम प्रधान पर पांच युवकों ने हमला बोल दिया और तमंचे से गोली मारकर उन्हें घायल कर दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची आरोपितों ने पुलिस पर भी हमला करते हुए वर्दी फाड़ दी।
पतंगबाजी को लेकर हुआ था विवाद
बावली गांव के प्रधान गौरव तोमर पुत्र सोहनवीर ने बताया कि शुक्रवार की देर शाम वह अमरपाल के घर पर बीमार व्यक्ति का पता लेने गए थे। इस दौरान अमरपाल के मोहल्ले में पतंगबाजी को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। वह दोनों पक्षों का विवाद सुलझाने लगे तो चार-पांच युवकों ने उन पर हमला बोल दिया। एक आरोपित युवक ने उनकी ओर फायर झोंक दिया, गोली उनके सिर को छूती हुई निकल गई, जिससे वह घायल हो गए।
आरोपितों ने पुलिस से की हाथापाई
प्रधान ने बताया कि सूचना पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो आरोपितों ने उनके साथ भी हाथापाई कर दी, जिसमें उनकी वर्दी फट गई। इंस्पेक्टर देवेश कुमार शर्मा ने बताया कि ग्राम प्रधान दूसरे मोहल्ले में पतंग उड़ाने के लिए गए थे। वहां पतंग उड़ा रहे दूसरे पक्ष के युवकों के साथ प्रधान का झगड़ा हो गया। एक युवक ने प्रधान के सिर में बोतल फेंककर मार दी, जिससे उनके सिर में चोट लग गई। पुलिस के साथ किसी तरह की हाथापाई हुई न वर्दी फाड़ी गई।
दोनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, गिरफ्तार
उधर, एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि प्रधान गौरव का निखिल और विपिन से पतंग उड़ाने को लेकर झगड़ा हो गया था, जिसमें निखिल और विपिन ने प्रधान पर कांच की बोतल से हमला कर दिया, जिसमें प्रधान घायल हुए है। दोनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रधान का उपचार कराया जा रहा है।
हाईवे पर चलती बस में महिला से छेड़छाड़
बागपत, जागरण संवाददाता। कोतवाली क्षेत्र की महिला ने बताया कि वह गुरुवार देर शाम मेरठ के मेडिकल कालेज से अपने पति के साथ बस से घर लौट रही थी। आरोप है कि रास्ते में बस में सवार एक व्यक्ति ने उनके साथ छेड़छाड़ की। विरोध करने पर आरोपित ने गाली-गलौज की। बस के बागपत पहुंचने से पहले ही दर्जनों साथियों को बुलाया और उनकी और उनके पति की पिटाई की। बाद में पीड़ित दंपती ने स्वजन के साथ कोतवाली पहुंचकर शिकायत की। बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया।