सोना लूट: गिरफ्तारी और बरामदगी कुछ अटपटी लग रही है
मणप्पुरम गोल्ड लोन मेरठ ब्रांच से सोने के इतनी बड़ी लूट के बाद इतनी आसानी से लुटेरों की गिरफ्तारी कुछ अटपटी लग रही है।
मेरठ, जेएनएन। एसएसपी, एसपी सिटी, एसपी देहात व एएसपी क्राइम का तबादला हो चुका था। नए एसपी सिटी व एसपी देहात चार्ज ले चुके थे। इसी बीच बीते गुरुवार को बीच शहर में जिले की सबसे बड़ी लूट हुई। दूसरे दिन घटना का राजफाश कर तीन आरोपित पकड़े गए और चार किलो सोना भी बरामद हुआ। ताबड़तोड़ एनकाउंटर का वर्तमान दौर और ऐसे में सबसे बड़े लुटेरों की आसान गिरफ्तारी कुछ अटपटी सी लग रही है। बड़ा सवाल यह है कि खाकी का इकबाल और जिले वासियों में सुरक्षा की भावना कैसे बुलंद होगी।
गिरफ्तारी के लिए नौ टीम गठित
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक लूट में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए नौ टीमें गठित की गईं। इसके बाद ताबड़तोड़ दबिशों का दौर शुरू हो गया। आरोपितों के घरों के अलावा उनकी रिश्तेदारियों में भी छापामारी हुई। दो दिन तक बदमाश पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाए। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक एकाएक तीन लुटेरे एसटीएफ व मेरठ पुलिस ने धर लिए। गौरतलब यह है कि पुलिस शहर में ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी तो बदमाश शहर के मोदीपुरम स्थित मिलांज मॉल के सामने जैसी सार्वजनिक जगह पर सोना बेचने कैसे चले गए।
फजीहत से बचने को जोड़तोड़ तो नहीं
पूरे मामले में यह बात भी सामने आ रही है कि पुलिस ने फजीहत से बचने के लिए जोड़तोड़ की। मदद के लिए ट्रांसफर पर जा चुके अधिकारियों को भी बुला लिया गया। डैमेज कंट्रोल के लिए सामाजिक व राजनैतिक लोगों का भी सहारा लिया गया। पूरे प्रकरण में सत्ता पक्ष के एक नेता द्वारा एक आरोपित को सरेंडर कराने की चर्चा भी रही। हालांकि, पुलिस इसे सिरे से खारिज कर रही है।
बदमाशों पर इनाम, पुलिस टीम को रिवार्ड
एडीजी ने बताया कि घटना में शामिल फरार आरोपितों पर इतना इनाम घोषित होगा कि किसी भी जिले की पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने से पीछे न हटे। इसके अलावा घटना का राजफाश करने वाली टीम को उन्होंने 50 हजार रुपये का इनाम और प्रशंसा चिन्ह की संस्तुति की है।
कहीं अटक न जाए छह किलो सोने की बरामदगी
तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस ने चार किलो सोना बरामद किया है। कहीं ऐसा तो नहीं डैमेज कंट्रोल के लिए पुलिस ने चार किलो सोना तो बरामद दिखाया। बाकी आरोपित अभी फरार हैं। छह किलो सोने की बरामदगी पर तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं।
कलंकित करने वालों के साथ ऐसा व्यवहार
सोना लूट में शामिल बदमाशों ने जिले पर सबसे बड़ी लूट का कलंक लगा दिया है। पुलिसिया सिस्टम पर तरह-तरह के सवाल खड़े हो गए थे, लेकिन इसके बावजूद आरोपितों के साथ नरमी वाला व्यवहार हजम नहीं हो रहा।
इन्होंने कहा
मैन्युअली इंटेलीजेंस व टेक्निकल सपोर्ट के माध्यम से लूट का राजफाश हुआ है। लुटेरों से बरामद सोना भी कंपनी के कर्मचारियों ने पहचान लिया है। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही बाकी सोने की बरामदगी संभव है।
- प्रशांत कुमार, एडीजी मेरठ जोन।