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शाहिद अखलाक के लाइसेंस हथियार से डरे हुए हैं कालोनी के लोग, लाइसेंस निलंबित Meerut News

गुदड़ी में फायरिंग की घटना के बाद पुलिस विभाग ने शाहिद अखलाक के लाइसेंस निलंबन की रिपोर्ट भेजी थी।

By Taruna TayalEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 04:54 PM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 04:54 PM (IST)
शाहिद अखलाक के लाइसेंस हथियार से डरे हुए हैं कालोनी के लोग, लाइसेंस निलंबित Meerut News
शाहिद अखलाक के लाइसेंस हथियार से डरे हुए हैं कालोनी के लोग, लाइसेंस निलंबित Meerut News

मेरठ, जेएनएन। गुदड़ी बाजार में सरेआम गोली बरसाने के मामले में पूर्व सांसद शाहिद अखलाक का परिवार पुलिस कार्रवाई से घिर गया। पुलिस ने दर्शाया कि शाहिद अखलाक के लाइसेंस हथियार से कालोनी के लोगों में भय है। पुलिस की उक्त रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने लाइसेंस को निलंबत कर दिया। बता दें कि मार्च में भेजी गई लाइसेंसी निलंबन की रिपोर्ट भेजी गई थी। साथ ही कोतवाली पुलिस को आदेश किया कि लाइसेंस जमा कराया जाए। हालांकि अभी भी पूर्व सांसद प्रशासन के सामने अपना पक्ष रखने की बात कह रहे हैं।

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यह था मामला

कोतवाली के गुदड़ी बाजार में रहने वाले पूर्व सांसद शाहिद अखलाक 12 सितंबर को हुई फायरिंग से पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई की जद में आ गए। शाहिद अखलाक के भाई राशिद अखलाक, बेटे साकिब और भतीजे यासिर पर जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया था। उसके बाद पुलिस ने जांच की, जिसमें सामने आया कि शाहिद अखलाक के लाइसेंस निलंबन की रिपोर्ट मार्च में पुलिस ने भेजी थी। हालांकि उक्त रिपोर्ट का कोई ब्योरा नहीं मिला है। शाहिद पर 1995 से पहले करीब पंद्रह मुकदमे में है। साथ ही कोतवाली थाने में उनकी हिस्ट्रीशीट भी खुली है। आठ दिन पहले शाहिद के भाई और भतीजे की ओर से फायरिंग करने से दो लोगों को गोली लगी है। इसकी रिपोर्ट कोतवाली पुलिस ने कप्तान को भेजी थी, जिसकी संस्तुति कर डीएम को भेज दी गई। डीएम ने कार्रवाई करते हुए शाहिद अखलाक का लाइसेंस निलंबित कर दिया। पुलिस को आदेश दिए कि लाइसेंस जमा करा लिया जाए। सीओ दिनेश शुक्ला ने बताया कि इंस्पेक्टर कोतवाली को आदेश दिया कि लाइसेंस को थाने में जमा कराया जाए। जो शाहिद के घर पर निलंबन का आदेश तामिल करने गए थे, जिसमें शाहिद ने अपना पक्ष रखा है। लाइसेंस निलंबन के बाद कोई घटना को अंजाम न दे दें।

2013 में भी दी थी निरस्तीकरण की रिपोर्ट

चुनाव में भी शाहिद अखलाक के शस्त्र लाइसेंस निलंबन की रिपोर्ट भेजी गई थी। उस समय भी डीएम के सामने शहिद ने अपना पक्ष रखा था। दरअसल, चुनाव के दौरान लाइसेंस जमा नहीं करने पर उनके खिलाफ रिपोर्ट भेजी गई थी।

शाकिर और यासिर की धरपकड़ जारी

12 सितंबर को गुदड़ी बाजार में राईन और कुरैशी बिरादरी के बच्चों में क्रिकेट खेलने को लेकर मारपीट, पथराव और फायरिंग हुई, जिसमें आशिक अली और अमान को गोली लग गई। पीड़ित पक्ष की और से पूर्व सांसद शाहिद अखलाक के भाई राशिद, भतीजे यासिर, बेटे साकिब और नौशाद, समीर, शोएब उर्फ डला को नामजद किया था। पुलिस राशिद अखलाक, सलमान और बबलू को पकड़कर जेल भेज चुकी है। शाहिद अखलाक का बेटा साकिब और भतीजा यासिर अभी पुलिस पकड़ से दूर बना हुआ है। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि दोनों की धरपकड़ को पुलिस दबिश डाल रही है। जल्द ही दोनों की गिरफ्तारी होगी। उनके द्वारा किया कोई समझौता मान्य नहीं होगा।

इन्‍होंने कहा

12 सितंबर को हुई फायरिंग में हम शामिल नहीं थे। 1995 के बाद उनके खिलाफ कोई मुकदमा भी दर्ज नहीं हुआ है। पुराना कोई मुकदमा भी कोर्ट में विचाराधीन नहीं है। शनिवार को अपना पक्ष पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के सामने रखेंगे। 2014 में डीएम ने ही खुद लिखकर दिया था कि उन पर कोई मुकदमा नहीं है। इसलिए लाइसेंस निलंबन नहीं किया जा सकता है।

- शाहिद अखलाक, पूर्व सांसद

शाहिद अखलाक के परिवार की ओर से फायरिंग करने पर दो लोगों को गोली लगी है। उनके लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी गई, जिस पर डीएम ने कार्रवाई करते हुए लाइसेंस निलंबन कर दिया है। डीएम के आदेश का पुलिस पालन करेगी।

- अजय साहनी, एसएसपी


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