अनुज हत्याकांड: हरियाणा पुलिस के हत्थे चढ़ा अनुज का हत्यारोपित अजीत, हाथ मलती रह गई मुजफ्फरनगर पुलिस
मुजफ्फरनगर में अनुज हत्याकांड हरियाणा पुलिस ने अनुज के हत्यारोपित अजीत को गिरफ्तार किया हाथ मलती रह गई मुजफ्फरनगर पुलिस रहस्यमय ढंग से हुई गिरफ्तारी। दूसरे आरोपित को मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दबोचा एक अब भी फरार।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मोरना के मेडिकल स्टोर संचालक अनुज के हत्यारोपितों की जल्द गिरफ्तारी के मुजफ्फरनगर पुलिस के दावे धरे रह गए। मंगलवार देर रात हत्याकांड का मुख्य आरोपित अजीत रहस्यमय ढंग से हरियाणा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उधर, पुलिस मंगलवार देर रात भोपा क्षेत्र के ककराला की पुलिया के पास दूसरे आरोपित कपिल को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। एक अन्य आरोपित अब भी फरार है।
यह है मामला
17 सितंबर की रात मोरना के मुख्य बाजार में मेडिकल स्टोर चलाने वाले अनुज कर्णवाल की तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर थी। परिजनों ने तीन अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। काफी फजीहत होने के बाद पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए बताया था कि अजीत व कपिल निवासीगण मोरना और राहुल निवासी भेडाहेड़ी ने पारिवारिक विवाद में अनुज की हत्या की है। पुलिस ने वारदात में सहयोग करने के आरोपित आशीष समेत शरण देने के आरोप में पांच लोगों को जेल भेज दिया था। हालांकि, मुख्य आरोपितों तक हाथ नहीं पहुंच सके थे। मंगलवार देर रात पुलिस ने भोपा थानाक्षेत्र के ककराला की पुलिया के पास मुठभेड़ के बाद एक हत्यारोपित कपिल पुत्र पवन निवासी मोरना को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अपनी पीठ थपथपा ही रही थी कि किरकिरी कराने वाली खबर हरियाणा के पलवल से मिली। मुख्य हत्यारोपित अजीत पुत्र हिंदपाल निवासी मोरना को हरियाणा के पलवल जिले में स्थानीय सीआइए ने गिरफ्तार कर लिया।
चेकिंग के दौरान तमंचे समेत धरा गया अजीत
हरियाणा पुलिस के पलवल सीआइए प्रभारी अशोक कुमार के मुताबिक, सूचना मिली कि यूपी में हत्या समेत अन्य कई मुकदमों का आरोपित अजीत किठवाड़ी चौक पर अपने गांव जाने की फिराक में खड़ा है। उसके पास अवैध हथियार भी हैं। सूचना पर सीआइए टीम ने आरोपित अजीत को तमंचे और कारतूस समेत धर लिया।
पीडि़त परिवार कर चुका पलायन
मेडिकल व्यवसायी अनुज कर्णवाल की हत्या के बाद भयभीत स्वजनों ने मोरना से पलायन कर लिया। अनुज की पत्नी अंजिता अपनी बेटियां कशिश व गरिमा को लेकर मुजफ्फरनगर में कहीं अपने जेठ के परिवार के साथ रह रही हैं, जबकि मुकदमे के वादी व अनुज के बड़े भाई हरिकांत भाई की हत्या के चौथे दिन परिवार के साथ पलायन कर गए। तब पुलिस ने दावा किया था कि परिवार ने पलायन नहीं किया है और वह जल्द वापस लौट जाएगा। बावजूद इसके परिवार अभी तक वापस नहीं लौटा।
एसएचओ को हटाया, चौकी इंचार्ज-सिपाही हुए थे सस्पेंड
अनुज हत्याकांड के बाद मोरना की जनता में आए उबाल और प्रकरण को राजनीतिक रंग लेता देख एसएसपी अभिषेक यादव ने घटना के चौथे दिन मोरना के तत्कालीन चौकी प्रभारी जगपाल ङ्क्षसह और कांस्टेबल सचिन को निलंबित कर दिया था। इसके बाद भी वारदात का पर्दाफाश नहीं होने पर भोपा एसएचओ संजीव कुमार को भी एसएसपी ने हटा दिया। इंस्पेक्टर संजीव कुमार को चरथावल भेजते हुए चरथावल एसओ सूबे सिंह को भोपा की कमान सौंपी थी।