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एंटी करप्शन ने संग्रह अमीन को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार, हंगामा

खरखौदा क्षेत्र के धनौटा गांव निवासी वीरेंद्र सिंह आर्य भी प्रतिकर के दायरे में हैं। प्रतिकर पाने के लिए नक्शा नकल जरूरी होती है। वीरेंद्र सिंह पांच नकल पाने के लिए कई दिन से कलक्ट्रेट के चक्कर काट रहे थे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 07:00 AM (IST)
एंटी करप्शन ने संग्रह अमीन को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार, हंगामा
एंटी करप्शन ने संग्रह अमीन को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार, हंगामा

मेरठ । कलक्ट्रेट स्थित एडीएम (एलए) कार्यालय में तैनात एक संग्रह अमीन को एंटी करप्शन विभाग की टीम ने रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कलक्ट्रेट से सिविल लाइन थाने तक हंगामा हुआ। लोगों ने एंटी करप्शन टीम पर आरोप लगाया कि संग्रह अमीन की जेब में जबरन रुपये डाले गए हैं।

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रेल परियोजना के तहत अधिग्रहीत भूमि का मुआवजा दिया जा चुका है। अब रेलवे किसानों को 10 फीसद अतिरिक्त प्रतिकर दे रहा है। खरखौदा क्षेत्र के धनौटा गांव निवासी वीरेंद्र सिंह आर्य भी प्रतिकर के दायरे में हैं। प्रतिकर पाने के लिए नक्शा नकल जरूरी होती है। वीरेंद्र सिंह पांच नकल पाने के लिए कई दिन से कलक्ट्रेट के चक्कर काट रहे थे। आरोप है, एडीएम (एलए) कार्यालय में तैनात संग्रह अमीन नीरज तायल निवासी शास्त्रीनगर ने पांच-पांच सौ के हिसाब से पांच नकल के 35 सौ रुपये मांगे थे। किसान ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन विभाग को की थी। ऐसे जाल में फंसाया अमीन

योजना के तहत एंटी करप्शन टीम ने बुधवार दोपहर किसान को केमिकल लगे रुपये लेकर संग्रह अमीन के पास भेजा। वहां वायदे के मुताबिक संग्रह अमीन को रुपये दिए गए। इसी बीच एंटी करप्शन विभाग के प्रभारी अरविंद कुमार ने टीम के साथ छापामारी कर अमीन को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अमीन ने रुपये जेब से बाहर फेंक दिए, जिन्हें किसान को लौटा दिया गया। एंटी करप्शन टीम को घेरा

संग्रह अमीन की गिरफ्तारी के बाद साथी अमीनों ने कलक्ट्रेट में एंटी करप्शन की टीम को घेरकर हंगामा किया। आरोप लगाया कि टीम ने जबरन जेब में रुपये रखकर संग्रह अमीन को फंसाया है। टीम संग्रह अमीन को सिविल लाइन थाने ले गई तो वहां भी अमीनों ने हंगामा किया। सात साल से था तैनात, तभी निकले थे एडीएम (एलए)

अपर भूमि अध्याप्ति अधिकारी के कार्यालय में छह संग्रह अमीन हैं, जिनमें तीन हाल ही में नियुक्त हुए हैं, जबकि तीन कई साल से तैनात हैं। पुराने संग्रह अमीनों में से नीरज तायल सात साल से यहां है। छापामारी से पंद्रह मिनट पहले एडीएम (एलए) ज्ञानेंद्र सिंह लंच के लिए कार्यालय से निकले थे। इन्होंने कहा--

भले ही संग्रह अमीन सफाई दे रहा हो, लेकिन उसे रंगेहाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। 35 सौ रुपये भी उसके पास मिले।

अरविंद कुमार, प्रभारी निरीक्षक-एंटी करप्शन मेरी जेब में जबरन रुपये रखकर मुझे फंसाया गया है। मैंने कभी किसी से रिश्वत नहीं ली है।

-नीरज तायल, आरोपित संग्रह अमीन मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है, जो भी हकीकत होगी सामने आ जाएगी।

-अब्दुर रहमान सिद्दिकी, इंस्पेक्टर सिविल लाइन


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