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मेरठ के इकला में गोवंशीय के अवशेष मिलने पर हिंदू संगठनों में उबाल, धरने की दी चेतावनी

परीक्षितगढ़ क्षेत्र के गांव इकला रसूलपुर स्थित गन्ने के खेत में सोमवार सुबह गोवंशीय के अवशेष मिलने पर हिंदू संगठनों में उबाल आ गया। कई गोवंशीय के मोहरे की रस्सी देखकर सामूहिक गोकशी का आरोप लगाकर हंगामा किया।

By Taruna TayalEdited By: Published: Mon, 15 Aug 2022 09:00 PM (IST)Updated: Mon, 15 Aug 2022 09:00 PM (IST)
मेरठ के इकला में गोवंशीय के अवशेष मिलने पर हिंदू संगठनों में उबाल, धरने की दी चेतावनी
मेरठ के गांव इकला रसूलपुर स्थित गन्ने के खेत में गोवंशीय अवशेष।

मेरठ, जागरण संवाददाता। परीक्षितगढ़ क्षेत्र के गांव इकला रसूलपुर स्थित गन्ने के खेत में सोमवार सुबह गोवंशीय के अवशेष मिलने पर हिंदू संगठनों में उबाल आ गया। कई गोवंशीय के मोहरे की रस्सी देखकर सामूहिक गोकशी का आरोप लगाकर हंगामा किया। आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी नहीं होने पर जिला मुख्यालय पर धरने की चेतावनी दी।

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यह है मामला

गांव इकला रसूलपुर निवासी हामिद के खेत गांव खजूरी संपर्क मार्ग पर हैं। सोमवार सुबह लोगों ने देखा की गोकुशो ने कुछ स्थान से गन्ना काटा हुआ है और वहां, गोवंशीय के अवशेष पड़े हुए थे। मौके पर मोहरे की कई रस्सी पड़ी हुई थी। उक्त सूचना आग की तरह सारे क्षेत्र में फैल गई । सूचना पर पुलिस पहुंच गई और अवशेषों को एकत्र कर ही रही थी कि बजरंग दल के महानगर अध्यक्ष दीपक त्यागी और खजूरी गांव के पूर्व प्रधान विनय त्यागी समेत अन्य लोग पहुंच गए और हंगामा खड़ा कर दिया। आरोप लगाया गोकशों ने यहां कत्लगाह बना रखा है और सामूहिक गोकशी की है।

हंगामे की दी चेतावनी

हंगामा बढ़ता देख इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने आरोपितों की गिरफ्तारी को समय मांगा। आखिर पांच दिन का समय देते हुए गिरफ्तारी नहीं होने पर जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी। उसके बाद अवशेषों को जेसीबी से गड्ढा कर खेत में दबा दिया। इंस्पेक्टर का कहना है कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

मामूली बात पर दो पक्षों में व‍िवाद

मवाना :परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के गांव बहादरपुर में मामूली कहासुनी को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट हो गई। सूचना थाना पुलिस को भी दी गई तो फोर्स भी पहुंच गई थी। इस दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर झंडे का अपमान करने का भी आरोप लगाया। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा लगाने का अभियान चल रहा है। इसी क्रम में गांव बहादरपुर में भी घर-घर तिरंगे लगाए जा रहे हैं। रविवार शाम गांव के ही कुछ युवकों ने झंडे लगाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि गांव में बिजली-पानी की समस्या है। पहले उसे सही कराया जाए। सड़कें भी बदहाल हैं। इस पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया जो मारपीट में तब्दील हो गया। इस पक्ष ने झंडे का अपमान करने और मारपीट की सूचना पुलिस को दे दी। थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां कोई नहीं मिला। ग्रामीणों से पूछताछ कर पुलिसकर्मी लौट गए। एसओ राजीव कुमार का कहना है कि सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची थी। तब तक मामला निपट गया था। झंडे के अपमान की बात गलत है।


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