तीन दिन से थाने में बैठा एक आरोपित, बाकी की पैरवी कर रहा हिस्ट्रीशीटर
अब्दुल्लापुर में दवाई लेकर घर लौट रही अनुसूचित जाति की महिला से अभद्रता व छेड़खानी के मामले में पुलिस ने संप्रदाय विशेष के एक आरोपित को जेल भेजने के बजाय तीन दिन से थाने में बैठा रखा है। इसके अलावा फरार दो अन्य आरोपितों की पैरवी गांव का हिस्ट्रीशीटर कर रहा है।
मेरठ, जेएनएन : अब्दुल्लापुर में दवाई लेकर घर लौट रही अनुसूचित जाति की महिला से अभद्रता व छेड़खानी के मामले में पुलिस ने संप्रदाय विशेष के एक आरोपित को जेल भेजने के बजाय तीन दिन से थाने में बैठा रखा है। इसके अलावा फरार दो अन्य आरोपितों की पैरवी गांव का हिस्ट्रीशीटर कर रहा है। जिसके चलते पुलिस ने गिरफ्तारी से हाथ पीछे खींच लिए।
बताते चलें कि शनिवार रात अब्दुल्लापुर निवासी अनुसूचित जाति की महिला दवाई लेकर घर लौट रही थी। आरोप है कि रास्ते में संप्रदाय विशेष के तीन युवकों ने उसे घर में खींच लिया और छेड़खानी की। मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण गांव में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन गई। पुलिस ने जीशान पुत्र शमशाद कुरैशी, आमिर खान पुत्र सलीम व फुरकान पुत्र फिरोज के खिलाफ छेड़खानी और एससी/एसटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर जीशान को शनिवार रात ही पकड़ लिया था। जीशान तीन दिन से थाने की हवालात में बंद है।
हिस्ट्रीशीटर के संरक्षण में दो आरोपित
पुलिस-प्रशासन की बैठकों में मौजूद रहकर सुर्खियों में रहने वाला अब्दुल्लापुर निवासी चर्चित हिस्ट्रीशीटर फरार चल रहे दो आरोपितों आमिर व फुरकान की पैरवी में जुटा है। एसओ संजय कुमार का कहना है कि पीड़िता के बयान न होने तथा सीओ के बाहर होने के कारण आरोपित जेल नहीं जा सका। मंगलवार को उसे जेल भेजा जाएगा। एसपी देहात अविनाश पांडेय का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी। अगर पुलिस ने कोई आरोपित तीन दिन से थाने में बैठा रखा है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।