शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक सेहत का भी ख्याल जरूरी
मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के उपचार व लक्षणों समेत अन्य बिंदुओं पर शनिवार क
मेरठ,जेएनएन। मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के उपचार व लक्षणों समेत अन्य बिंदुओं पर शनिवार को मेडिकल कालेज में जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ। जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ व मेडिकल कालेज के मानसिक रोग विभाग ने संयुक्त रूप से विचार गोष्ठी व जागरूकता शिविर में सहभागिता की। मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समाज को सचेत करने के लिए प्रति वर्ष 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया जाता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी शशाक चौधरी ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त महानिदेशक स्वास्थ्य डा. राजकुमार चौधरी व विशिष्ट अतिथि मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र कुमार रहे। सीडीओ ने कहा कि जिले में मानसिक स्वास्थ्य के चिकित्सकों की कोई कमी नहीं है और सेवाएं भी उपलब्ध हैं। लेकिन आम जनता में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की कमी है, जिस वजह से सेवाएं समाज के अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंच पातीं। इस दौरान लघु नाटिका भी प्रस्तुत की गई। मुख्य वक्ता डा. ज्ञानेंद्र कुमार व डा. राजकुमार ने शिविर में मौजूद लोगों को मानसिक रोगों के शुरुआती लक्षणों व व्यवहार में आने वाले परिवर्तन पर विस्तार से जानकारी दी। साथ ही उपचार की प्रक्रिया के बारे में बताया। शिविर में 150 मानसिक रोगियों का उपचार व उनकी काउंसिलिंग की गई। इस दौरान जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ की मनोविज्ञानी डा. विभा नागर, मेडिकल कालेज के मानसिक रोग विभाग के डा. तरुण पाल नोडल अधिकारी पूजा शर्मा आदि मौजूद रहे।
तनाव मुक्त रहकर अध्ययन करने की दी सीख
मेरठ: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस से पूर्व शनिवार को मंडलीय विज्ञान केंद्र मेरठ व राजकीय इंटर कालेज के संयुक्त तत्वावधान में कालेज प्रागण में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें खालसा इंटर कालेज, जीआइसी इंटर कालेज, सेंट थामस बालिका इंटर कालेज व आरजी इंटर कालेज के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। साथ ही पोस्ट कोविड मेंटल हेल्थ पोस्टर प्रतियोगिता के नतीजे घोषित हुए। उम्दा प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राएं सम्मानित हुए। मुख्य अतिथि कैंट विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल ने छात्रों को तनाव मुक्त होकर अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया। मुख्य वक्ता पीएल शर्मा अस्पताल के मनोचिकित्सक डा. कमलेंद्र किशोर ने छात्रों को तनाव मुक्ति की मनोवैज्ञानिक पद्धतियां बताईं। कार्यक्रम में प्राधानाचार्य सुनील भड़ाना, मंडलीय मनोविज्ञान केंद्र से डा. मनीषा तेवतिया व डा. शिवराज आदि मौजूद रहे।