एक्सप्रेस-वे पर मेरठ खंड के सभी टोल बूथ तैयार
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को कुशलिया में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से इंटरचेंज बनाकर जोड़ा गया है।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को कुशलिया में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से इंटरचेंज बनाकर जोड़ा गया है। इस इंटरचेंज पर भी टोल बूथ बनाए गए हैं। शनिवार को इन टोल बूथों का ट्रायल करने के साथ ही मेरठ से डासना के बीच के सभी बूथों का कार्य संपन्न हो गया है।
एक्सप्रेस-वे के चरण संख्या-चार यानी मेरठ से डासना के 32 किमी खंड पर मेरठ के काशी गांव में 19 बूथों का टोल प्लाजा बनाया गया है। इसके बाद भोजपुर में मोदीनगर-हापुड़ रोड पर चढ़ने-उतरने वाले वाहनों के लिए टोल बूथ बनाए गए हैं। फिर आते हैं ईस्टर्न पेरीफेरल के बूथ। इन बूथों का उपयोग वहीं करेंगे, जिन्हें ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर जाना है या फिर उससे चढ़ना है। यदि मेरठ से सीधे दिल्ली की तरफ जाते हैं तो काशी टोल प्लाजा के बाद डासना में टोल बूथ मिलेगा। डासना का टोल बूथ एक्सप्रेस-वे के चरण संख्या दो का हिस्सा है। उस पर बूथों का काम अभी चल रहा है।
नानू पुल पर जाम, लोग हलकान: मेरठ-करनाल हाईवे स्थित नानू गंगनहर पुल पर शनिवार सुबह भीषण जाम लग गया। इस दौरान घंटों लोग परेशान रहे। वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर जाम खुलवाया। हालांकि, इस बीच वाहनों चालकों की आपस में कहासुनी भी हुई।
होली व शब-ए-बरआत के पर्व के निकट आने के चलते शनिवार को मेरठ-करनाल हाईवे स्थित चौधरी चरण सिंह कावड़ मार्ग पर वाहनों का अधिक आवागमन था। इसके चलते जाम लग गया। जिसमें लोग घंटों परेशान रहे। वहीं, चालकों में वाहनों को जल्दी निकालनी की होड़ से स्थिति ओर बिगड़ गई। इस दौरान उक्त मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इस दौरान कुछ चालकों ने वाहनों को गांव के संपर्क मार्ग से निकालकर हाईवे पर पहुंचे और गंतव्य को पहुंचे। उधर, सूचना पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर करीब चार घंटे बाद जाम खुलवाया। वहीं, दूसरी ओर दौराला पुल पर भी दिन में कई बार जाम लगा। वहां पुलिस नदारद दिखाई दी।