Corona Effect: तकनीकी कॉलेजों के हाथ में होगी पीजी की प्रवेश प्रक्रिया, जानें-किस प्रकार
कोरोना महामारी को देखते हुए एकेटीयू (डा. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी) लखनऊ ने परास्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किया है।
मेरठ, जेएनएन। कोविड- 19 महामारी को देखते हुए एकेटीयू (डा. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी) लखनऊ ने परास्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किया है। इस साल एमटेक, एम फार्मा, एम आर्क, एमयूआरपी, एमडेस जैसे पाठ्यक्रमों में संस्थान अपने स्तर पर प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। इसकी मांग पिछले कई साल से कॉलेजों की ओर से हो रही थी।
ऐसी रहेगी व्यवस्था
मेरठ में एकेटीयू से जुड़े 47 तकनीकी और मैनेजमेंट कॉलेज हैं। हर साल स्नातक और परास्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के समय अभ्यर्थियों को एकेटीयू के नाम से बैंक ड्राफ्ट बनाकर जमा करना होता है। अब परास्नातक स्तर पर प्रवेश के समय छात्र जिस कॉलेज में प्रवेश लेंगे। उन्हें उस कॉलेज के नाम से ड्राफ्ट बनाकर जमा करना होगा। परास्नातक कोर्स में प्रवेश लेने वाले छात्र इस बार 50 हजार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट कॉलेज के निदेशक या वित्त अधिकारी के नाम से बनाएंगे। इसके साथ ही कॉलेज प्रवेश परीक्षा में अर्ह अभ्यर्थियों का अपने स्तर पर प्रवेश कर सकेंगे।
मेरिट से प्रवेश
कॉलेज पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के समय तीन तरह की वरीयता से अभ्यर्थियों को प्रवेश दे सकेंगे। पीजी पाठ्यक्रमों में प्रथम वरीयता गेट, जीपीएटी, सीईईडी में अर्ह अभ्यर्थियों की रहेगी। दूसरी वरीयता यूपीएसईई 2020 पीजी की परीक्षा में अर्ह अभ्यर्थियों को दी जाएगी। तीसरी वरीयता कॉलेज अपने स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा के आधार पर दे सकेंगे।