डेढ़ साल में सिर्फ चारदीवारी तक पहुंचा आकाशवाणी केंद्र
-एक साल में पूरा करने का रखा गया था लक्ष्य -अब्दुल्लापुर में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री न
-एक साल में पूरा करने का रखा गया था लक्ष्य
-अब्दुल्लापुर में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री ने किया था शिलान्यास
दीपक भारद्वाज, मेरठ
'मैं मेरठ का आकाशवाणी केंद्र हूं' इस आवाज को सुनने के लिए शहरवासी डेढ़ साल से इंतजार कर रहे हैं। किला रोड स्थित अब्दुल्लापुर में केंद्रीय सूचना प्रसारण राज्यमंत्री और खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने 21 जनवरी 2016 का इसका शिलान्यास किया था। उन्होंने इसके एक साल में पूरा होने का दावा किया गया था।
करीब दो साल बाद भी वहां की स्थिति देखकर नहीं लगता कि आकाशवाणी केंद्र जल्द खुलने के आसार हैं। गेट के मुख्य द्वार पर लगा ताला केंद्र की हकीकत को बयां कर रहा है, लेकिन आज तक भी किसी भी जनप्रतिनिधि ने इसकी सुध नहीं ली है।
आकाशवाणी केंद्र है या कूड़ाघर
शिलान्यास कार्यक्रम के बाद केंद्र के चारों तरफ की चारदीवारी बनाकर काम को बंद कर दिया गया। पिछले छह से आठ महीनों में कोई भी कार्य यहां नहीं हुआ है। केंद्र के मेन गेट से लेकर अंदर तक बड़ी-बड़ी घास और कूड़ा पड़ा है। आकाशवाणी केंद्र के उद्घाटन के समय लगा शिलापट भी झाड़ियों के बीच खड़ा है। केंद्र के आसपास कोई बोर्ड भी नहीं लगा है, जिससे पता चल सके कि यहां पर दूरदर्शन का आकाशवाणी केंद्र खुलेगा।
10 किलोवाट का है आकाशवाणी केंद्र
छह हजार वर्ग मीटर में बनने वाला आकाशवाणी केंद्र दस किलोवाट ट्रांसमीटर की क्षमता का होगा। केंद्र सरकार ने देश में ऐसे ही 100 स्टेशन खोलने की हरी झंडी दी थी, जिसमें मेरठ को भी चुना गया था, लेकिन इसकी हालत देखकर लग रहा है कहीं यह सपना ही बनकर न रह जाए।
----------------------------
इन्होंने कहा -
2018 तक पूरा करने का टारगेट है। इसकी निगरानी वह करेंगे। अभी केंद्रीय नेतृत्व गुजरात और हिमाचल चुनाव में व्यस्त हैं। वहां भी बात की जाएगी।
राजेंद्र अग्रवाल, सांसद, मेरठ-हापुड़ लोकसभा