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SP पर फायर करने पर कुख्यात आकाश को सात व अमित को तीन साल की सजा Baghpat News

बागपत में साढ़े चार साल पूर्व मुठभेड़ में दो कुख्‍यात आरोपित आकाश व अमित पकड़े गए थे। मुठभेड़ के दौरान दोनों ने तत्कालीन एसपी व अन्य पुलिसवालों पर फायर किया था। एसपी रवि शंकर छवि व गनर नरेश कुमार की बुलेट प्रूफ जैकेट में गोली लगी थी।

By Taruna TayalEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 06:16 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 06:16 PM (IST)
SP पर फायर करने पर कुख्यात आकाश को सात व अमित को तीन साल की सजा Baghpat News
Akash gets seven and Amit sentenced to three years for firing on SP

बागपत, जेएनएन। रमाला क्षेत्र में करीब साढ़े चार साल पूर्व मुठभेड़ में पकड़े जाने के दौरान तत्कालीन एसपी रवि शंकर छवि व अन्य पुलिसवालों पर फायरिंग करने के मामले में पकड़े गए आरोपित कुख्यात आकाश को कोर्ट ने सात साल व अमित को तीन साल की सजा से दंडित किया। 15 नवंबर 2015 की रात करीब 11.45 बजे बागपत के तत्कालीन एसपी रवि शंकर छवि ने तत्कालीन सीओ एनपी सिंह, व रमाला थाना प्रभारी समयसिंह, क्राइम ब्रांच की टीम के साथ मिलकर ग्राम रमाला की पुलिया के निकट बदमाशों को पकड़ने के लिए घेराबंदी की थी। आरोप है कि 50 हजार रुपये के इनामी आकाश निवासी मोहल्ला गुजरातियान नंदू प्रसाद शामली ने अपने साथी अमित उर्फ भूरा निवासी ग्राम किरठल के साथ पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। एसपी रवि शंकर छवि व गनर नरेश कुमार की बुलेट प्रूफ जैकेट में गोली लगी थी। अन्य पुलिसकर्मी गोली लगने से बाल-बाल बचे थे। पुलिस ने आवश्यक बल का प्रयोग करते हुए दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपितों के पास से दो पिस्टल व स्विफ्ट कार बरामद हुई थी। एसपी ने रमाला थाने पर जानलेवा हमले व आर्म्स एक्स के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। यह केस एडीजे चतुर्थ आबिद शमीम की अदालत में चल रहा था।

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इन्‍होंने बताया

एडीजीसी अनुज ढाका ने बताया कि वादी एसपी रवि शंकर छवि व पांच अन्य गवाह एसआइ राजेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह गौतम, हेड कांस्टेबल नरेश कुमार, कांस्टेबल किरणपाल व नीरज अत्री की अदालत में गवाही हुई। अदालत ने केस की सुनवाई करते हुए 17 सितंबर को पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर दोनों आरोपितों पर दोषसिद्ध किया था। सोमवार को सजा के प्रश्न पर सुनवाई करते हुए अदालत ने आकाश को सात साल व अमित को तीन साल की सजा सुनाई तथा 1500-1500 रुपये का अर्थदंड लगाया। जुर्माना न देने पर 15-15 दिन की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

टॉप-20 माफियाओं की सूची में शामिल है आकाश

पुलिस के मुताबिक कुख्यात आकाश के खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी समेत विभिन्न धाराओं के 28 मुकदमें दर्ज है। बागपत के पंजीकृत गैंग डी-46 का सरगना है। उसको उत्तर प्रदेश शासन ने टॉप-20 माफियाओं की सूची में चिन्हित कर रखा है। फिलहाल आकाश गाजियाबाद जेल में बंद है। वहीं सोमवार को कोर्ट से अमित को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। 


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