Ajit Singh Death News स्मृति शेष : जीवन के अंतिम क्षणों में भी किसानों की फिक्र करते रहे चौधरी साहब
बिजनौर में गुरुवार को पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने संवेदना व्यक्त करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं रालोद सुप्रीमो चौधरी अजित सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कहा-रालोद परिवार पर आए इस भीषण संकट को धैर्य एवं हिम्मत से बर्दाश्त करेंगे।
बिजनौर, जेएनएन। Ajit Singh Death News राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के निधन से रालोद पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं और किसानों में शोक व्याप्त है। रालोद के पश्चिम जोन प्रभारी व पूर्व सांसद मुंशीराम, रूहेलखंड क्षेत्र अध्यक्ष प्रवीण सिंह देशवाल एडवोकेट, जिलाध्यक्ष राहुल सिंह, महिला जिलाध्यक्ष पूनम चौधरी आदि पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने संवेदना व्यक्त करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं रालोद सुप्रीमो चौधरी अजित सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। साथ ही ईश्वर से प्रार्थना कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने और शोकाकुल परिवार को इस असमायिक दुख को सहन करने की शक्ति दें। उन्होंने ने संयुक्त बयान में रालोद साथियों से अपील की है कि रालोद परिवार पर आए इस भीषण संकट को धैर्य एवं हिम्मत से बर्दाश्त करेंगे।
जीवनभर किसान हित में सोचा
कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी, कि उनकी किसान हितों की मुहिम को जयंत चौधरी के नेतृत्व में पूरी ताकत से जारी रखिए एवं कोरोना काल में परिवार सहित सुरक्षित रहें। जिलाध्यक्ष राहुल सिंह ने कहा कि चौधरी साहब ने जीवन के अंतिम क्षण में किसानों की फिक्र कर रहे थे। कहा कि उन्होंने जीवन भर किसानों के लिए सोचा और उनके विकास के लिए कार्य किया। उधर रालोद के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि हमने एक ईमानदार सच्चा किसान नेता खो दिया। चौधरी अजित सिंह के रूप में यह किसान, मजदूर के लिए बड़ी क्षति है। चौधरी साहब ने किसान, मजदूर अल्पसंख्यकों, गरीबों में किसानों के लिए कई कार्य किए हैं।
हमेशा करते थे किसानों के बारे बात
रालोद के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह के साथ हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले पूर्व विधायक चौधरी सुखबीर सिंह ने कहा कि चौधरी साहब के निधन से वह बहुत दुखी है। चौधरी साहब की सोच बहुत ऊंची थी। हमेशा चौधरी साहब किसानों के बारे में बात करते थे। अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में भी किसान आंदोलन में मजबूती के साथ खड़े रहे। देश ने आज किसानों के हितों की सोच रखने वाले एक नेता को हमारे बीच से छीन लिया है। कृषि को उद्योग का दर्जा दिलाने की बात हो या गन्ना किसानों के भुगतान की बात हो हमेशा चौधरी साहब किसानों की आवाज बनकर उठाते रहे।