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साली की हत्या कर आगरा में छिपकर रचाई तीसरी शादी

पल्लवपुरम के चर्चित प्रीति चौधरी हत्याकाड में आरोपित जीजा को एसटीएफ की टीम ने मथ

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 01:15 AM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 01:15 AM (IST)
साली की हत्या कर आगरा में  छिपकर रचाई तीसरी शादी
साली की हत्या कर आगरा में छिपकर रचाई तीसरी शादी

मेरठ,जेएनएन। पल्लवपुरम के चर्चित प्रीति चौधरी हत्याकाड में आरोपित जीजा को एसटीएफ की टीम ने मथुरा से गिरफ्तार कर लिया। चार साल पहले हत्याकाड को अंजाम देकर आरोपित आगरा में छिप गया था, वहा पर उसने सेल्स कंपनी खोलकर कर रिसेप्शनिस्ट से शादी रचा ली। पुलिस ने हत्यारोपित दीपक चौधरी पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया था।

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एएसपी एसटीएफ बृजेश सिंह ने बताया कि मथुरा से एसटीएफ की टीम ने 50 हजार के इनामी दीपक चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। दीपक चौधरी पल्लवपुरम का रहने वाला है। 30 दिसंबर 2017 को दीपक चौधरी ने अपनी साली प्रीति चौधरी की चाकू से गला काटकर हत्या कर दी थी। उसके बाद दीपक चौधरी वृंदावन में जाकर एक साधु के पास रहने लगा था। वहीं से दीपक चौधरी ने इंटरनेट के जरिए हाईकोर्ट के एक अधिवक्ता का नंबर निकाला। अधिवक्ता ने दीपक चौधरी को जमानत कराने के एवज में 20 लाख की रकम मागी। उसके बाद दीपक चौधरी वृंदावन में यमुना के किनारे एक आश्रम में रहने लगा। एक माह तक आश्रम में रहने के बाद वहा से दान की रकम 25 हजार लेकर आगरा पहुंच गया। वहा पर एक व्यापारी के साथ मिलकर दीपक चौधरी ने मार्केटिंग का काम शुरू कर दिया। ऑफिस में वहा की रहने वाली कीर्ति को रिसेप्शनिस्ट रखा। आगरा के व्यापारियों ने दीपक के साथ धोखा कर लिया था, जिसके बाद दोनों की साझेदारी टूट गई। तब दीपक ने कीर्ति के साथ मिलकर आगरा में ही सुधा सेल्स कारपोरेशन कंपनी बनाई, जिसमें दोनों साथ काम करने लगे थे। उसके बाद दीपक ने कीर्ति से शादी रचा ली। कीर्ति हाल में दीपक के एक बच्चे की मा भी बन चुकी है।

कीर्ति से सच्चाई छिपाकर रचाई थी शादी

दीपक चौधरी ने कीर्ति को बताया था कि उसकी पत्‍‌नी की मौत हो गई है। ससुराल के लोगों ने उस पर हत्या का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया। इसी को लेकर वह घर से फरार होकर आगरा में आ गया था। दीपक चौधरी के झासे में आकर ही कीर्ति ने उससे शादी रचा ली।

पहचान छिपाने के लिए प्रेस का बनवा लिया था कार्ड

दीपक चौधरी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए प्रेस का एक फर्जी कार्ड बनवा लिया था, जिसके जरिए उसने अपना नाम भी बदल लिया था। ताकि उसको आगरा में कोई पहचान न कर सके। यही कारण है कि दीपक चौधरी ने कहीं भी कागजों में अपने आधार कार्ड पहचान पत्र का प्रयोग नहीं किया।

प्रीति ने मंजू के साथ रहने से मना कर दिया था इसलिए मार डाला

एसटीफ पूछताछ में दीपक चौधरी ने बताया कि पत्‍‌नी मंजू को बेटी होने पर साली प्रीति घर रहने आ गई थी। तभी से दोनों में प्यार हो गया। 2006 प्रीति को लेकर लुधियाना चला गया था। उसके बाद 2017 में मंजू ने प्रीति को अपने साथ रखना स्वीकार कर लिया, जिसके बाद प्रीति को लेकर मोदीनगर में रहने लगा था। उसके बाद प्रीति के नाम एक फ्लैट भी कर दिया था। तब प्रीति ने मंजू के साथ रहने से इंकार कर दिया था। इसी के चलते प्रीति की चाकू से गला काट कर हत्या कर दी गई थी, जबकि मंजू और प्रीति एक-एक बच्चे की मा बन गई थी।


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