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बागपत में रंग लाया महिलाओं का प्रयास, शराब का ठेका कराया बंद Baghpat News

ठेका को बंद कराने में पूरे आठ साल की लड़ाई महिलाओं को लड़नी पड़ी। एसडीएम के निर्देश पर आबकारी विभाग ने उक्त ठेके को उसी गांव में खुलवा दिया है जहां के लिए आवंटित था।

By Prem BhattEdited By: Published: Thu, 20 Aug 2020 09:14 PM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 09:14 PM (IST)
बागपत में रंग लाया महिलाओं का प्रयास, शराब का ठेका कराया बंद Baghpat News
बागपत में रंग लाया महिलाओं का प्रयास, शराब का ठेका कराया बंद Baghpat News

बागपत, जेएनएन। शराब का ठेका लॉकडाउन के दौरान बंद होने और लॉकडाउन समाप्‍त होने पर इसे जब खोले जाने लगा तो महिलाओं ने विरोध शूरू कर दिया। यही कवायत बागपत में भी महिलाओं द्वारा की गई। जगह-जगह प्रदर्शन करने से प्रशासन को बंद ही करना पड़ा। ठेका को बंद कराने में पूरे आठ साल की लड़ाई महिलाओं को लड़नी पड़ी। एसडीएम के निर्देश पर आबकारी विभाग ने उक्त ठेके को उसी गांव में खुलवा दिया है, जहां के लिए आवंटित था।

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जहां पर आवंटित था वहां नहीं खोला गया ठेका

आबकारी विभाग ने लगभग आठ साल पहले जौहड़ी गांव में देशी शराब का ठेका आवंटित किया था। पहले तो ठेका जौहड़ी में ही खोला गया लेकिन बाद में ठेकेदार ने आबकारी विभाग के अधिकारियों से साठगांठ कर इस ठेके को अंगदपुर गांव में आबादी के बीच बस स्टैंड पर खुलवा दिया था। बाद में इसी ठेके को चंद कदम दूर आरिखपुर खेड़ी गांव में बस स्टैंड के पास खुलवा दिया गया। यहां शराब पीकर लोग हंगामा और मारपीट करते थे, जिससे महिलाओं का जीना दूभर हो गया था।

बंद कराने को एसडीएम से की थी मांग

महिलाओं ने इसकी शिकायत एसडीएम से करते हुए समस्या के समाधान की मांग की थी। एसडीएम ने समस्या को जायज मानते हुए आबकारी विभाग से बातचीत की। एसडीएम दुर्गेश मिश्र ने बताया कि ठेके को आवंटित गांव जौहड़ी में ही खुलवा दिया है। महिलाओं ने बताया कि लगभग आठ साल से वह ठेके को आबादी क्षेत्र से हटवाने की मांग कर रही थीं। एसडीएम ने उनकी समस्या का समाधान करा दिया है।  


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