कानपुर में हमले के विरोध में मेरठ के अधिवक्ताओं ने किया कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन Meerut News
कानपुर देहात में अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा कथा के आयोजन पर सवर्णों द्वारा बस्ती पर किए गए हमले के विरोध में मेरठ में वकीलों ने प्रदर्शन किया।
मेरठ, जेएनएन। अनुसूचित जाति व जनजाति अधिवक्ता एसोसिएशन के बैनर तले मंगलवार को अधिवक्ताओं ने कानपुर देहात के मंगटा गांव में अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा कथा के आयोजन पर सवर्णों द्वारा अनुसूचित जाति की बस्ती पर किए गए हमले के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया।
प्रशासन ने नहीं की कोई कार्रवाई
उनका कहना था कि घटना के बाद अनुसूचित जाति के लोगों ने पुलिस को भी सूचना दी थी, परंतु पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन भी आरोपितों की मदद कर रहा है। जबकि इस घटना में 70 से 75 लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। वहीं 35 से 40 अति गंभीर रूप से घायल महिला व पुरुष अस्पताल में भर्ती हैं।
महिलाओं पर भी हमला
कई महिलाओं पर धारदार हथियारों से वार किया गया। उनकी मांग है कि मामले में कार्रवाई नहीं करने वाले दोषी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए तथा प्रत्येक पर रासुका भी लगाया जाए। इसके साथ ही घायलों को पांच-पांच लाख का मुआवजा सरकार की ओर से दिया जाए।
यह रहे शामिल
विरोध प्रदर्शन करने वालों में अध्यक्ष धर्म सिंह एडवोकेट, ओमपाल रुहासा, हेमचंद निमेष, ओमप्रकाश, जगदीश वर्मा, सुशील कुमार, रजनीश कुमार, दीपक कुमार सिंह, जसवीर सिंह, मनीष कुमार, संगीता सिंह, सविता रानी, धर्मेंद्र कुमार, मीणा व सुनील कुमार आदि मुख्य रूप से शामिल रहे। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन एसडीएम अशोक कुमार को दिया।