अधिवक्ता ने मुवक्किल पर दर्ज कराया रंगदारी का मुकदमा
हत्या में जेल गए मुवक्किल के स्वजन ने जमानत के लिए अधिवक्ता को कुछ रुपये दिए थे लेकिन समय से जमानत नहीं हो सकी। इस वजह से उनमें विवाद हो गया।
मेरठ, जेएनएन। हत्या में जेल गए मुवक्किल के स्वजन ने जमानत के लिए अधिवक्ता को कुछ रुपये दिए थे, लेकिन समय से जमानत नहीं हो सकी। इस वजह से उनमें विवाद हो गया। जमानत पर रिहा होते ही अधिवक्ता ने मुवक्किल व उसके भाइयों के खिलाफ रंगदारी, हत्या की धमकी व अन्य धाराओं में सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने उसी आधार पर आरोपितों की धरपकड़ के लिए दबिश दी, लेकिन नहीं मिले।
सिविल लाइन थाना प्रभारी रमेश चंद्र शर्मा के मुताबिक दौराला थाना क्षेत्र के ग्राम सिवाया निवासी जावेद अहमद अधिवक्ता हैं। वह लिसाड़ी गेट के चमन कालोनी निवासी हत्यारोपित मकसूद आलम के अधिवक्ता थे। अधिवक्ता ने पुलिस को दिए शिकायत पत्र में बताया कि जेल से जमानत पर रिहा होते ही मकसूद व उसके भाइयों ने उनको रंगदारी व जान से मारने की धमकी दी है। अधिकारियों के आदेश के बाद शुक्रवार को मकसूद आलम के भाई अय्यूब, महबूब व हाजी मोटा निवासी चमन कालोनी थाना लिसाड़ी गेट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
साइबर अपराधियों ने ग्राहक बनकर परचून व्यापारी से ठगे 34 हजार
: तमाम प्रयासों के बावजूद साइबर अपराधी जनता को लालच देकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। साइबर सेल की टीम आरोपितों से रुपये वापस भी कराती है ओर सचेत रहने के लिए आगाह भी करती है। उसके बावजूद सीधे-साधे लोग अपराधियों की बातों में फंसकर ठगी का शिकार हो जाते है।
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के माधवपुरम निवासी जतिन कुमार की क्षेत्र में ही परचून की दुकान है। उनके मुताबिक कुछ ग्राहक रुपयों का लेन-देन पेटीएम से करते हैं। इस वजह से उन्होंने कंपनी से संपर्क कर क्यूआर कोड काउंटर पर लगवा रखा है। शुक्रवार सुबह साइबर ठगों ने उन्हें ग्राहक बनकर काल किया ओर 150 रुपये खाते में डालने की बात बोलने लगे। जतिन भी आरोपितों की बातों में फंस गया। उन्होंने व्यापारी के मोबाइल पर एक लिंक भेजा। जैसे ही जतिन ने लिंक ओपन किया तो उनके खाते से रुपये कटने शुरू हो गए। करीब पांच बार में 34 हजार रुपये कट गए। रुपये कटने का मैसेज देखकर व्यापारी के होश उड़ गए। उसने तत्काल संबंधित बैंक चौकी पर संपर्क किया। जहां से उसे साइबर सेल भेज दिया गया। साइबर सेल प्रभारी राघवेंद्र सिंह का कहना है कि इसकी जांच की जा रही है। जल्द ही रुपये वापस कराकर अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।