खानपान : बहुत फायदेमंद है धनिए-मेवे की पंजीरी, प्रसाद में भी होता है प्रयोग, दिमाग को ठंडा रखने में कारगर
अगर आप व्रत में है तो आपके लिए पंजीरी बहुत ही फायेदेमंद होगी। यह प्रसाद में प्रयोग के साथ-साथ लोगों की सेहत पर भी स्वस्थ्य प्रभाव डालता है।
मेरठ, जेएनएन। व्रत में खाने के लिए मेवा पंजीरी एक बेहतर विकल्प है, जो स्वादिष्ट होने के साथ सेहत से भी भरपूर है। इसे आसानी से कम समय में घर पर बनाया जा सकता है। इस मौसम में धनिया पंजीरी खाने के कई फायदे भी हैं। इससे दिमाग ठंडा रहता है, साथ ही आंखों की रोशनी और पाचन शक्ति के लिए भी यह लाभप्रद है। इसके अलावा यह प्रसाद के रूप में भी प्रयोग की जाती है।
ऐसे बनाएं धनिया पंजीरी
धनिया पंजीरी बनाने के लिए सबसे पहले कढ़ाई में एक चम्मच देसी घी डालकर पिसे हुए धनिए को खुशबू आने तक अच्छी तरह से भून लें। अब इसमें कटे हुए मखाने, काजू, बादाम, अखरोट और कद्दूकस किया हुआ नारियल मिक्स कर दें। साथ ही बूरा या फिर पिसी हुई चीनी भी मिक्स करें। इसके बाद इसे एक साफ डिब्बे में भरकर बिना फ्रिज में रखे भी सप्ताहभर तक खाया जा सकता है।
मेवा पंजीरी का भी जवाब नहीं
मेवा पंजीरी बनाने के लिए सबसे पहले काजू, बादाम, अखरोट, चिरौंची, नारियल, किशमिश और खरबूजे के बीज बारीक काटकर देसी घी में हल्का भून लें। इसके बाद एक कढ़ाई में थोड़ा सा देसी घी और पानी में चीनी डालकर तब तक पकाएं जब तक कि वह गाढ़ा न हो जाए। अब इसके बाद तुरंत इसमें सभी मेवे डालकर अच्छी तरह से मिलाकर घी लगी हुई थाली में डालकर सेट कर दें। अब इसे ठंडा होने के लिए रख दें। बस तैयार हैं स्वादिष्ट मेवा पंजीरी। इसे सप्ताहभर रखकर खाया जा सकता है।