सीसीएसयू में प्रवेश, सहारनपुर से डिग्री मिलने पर कुछ छात्रों को है शिकायत, मेल भेजकर लगा रहे गुहार
सीसीएसयू से प्रवेश और मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय सहारनपुर (एमएसयू) से डिग्री मिलने पर कुछ छात्रों को शिकायत है। वह राजभवन और विश्वविद्यालय को मेल भेजकर मांग कर रहे हैं कि उनके यहां से सीसीएसयू करीब है एमएसयू सहारनपुर दूर है
मेरठ, जागरण संवाददाता। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ (सीसीएसयू) से प्रवेश और मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय सहारनपुर (एमएसयू) से डिग्री मिलने पर कुछ छात्रों को शिकायत है। वह राजभवन और विश्वविद्यालय को मेल भेजकर मांग कर रहे हैं कि उनके यहां से सीसीएसयू करीब है, एमएसयू सहारनपुर दूर है, हालांकि यह शिकायत करने वाले छात्रों की संख्या कम है, लेकिन मेल पर आ रही शिकायत को लेकर सीसीएसयू में चर्चा तेज है।सीसीएसयू से मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर जिले के कालेज निकल गए हैं। इन जिलों के 218 कालेज अब एमएसयू सहारनपुर से संबद्ध हैं। शैक्षणिक सत्र 2021-22 में इन तीन जिलों के कालेजाें में प्रवेश सीसीएसयू ने लिया है।
स्नातक और परास्नातक में पिछले सत्र में प्रवेश लेने वाले इन जिलों के छात्रों की डिग्री सहारनपुर विश्वविद्यालय से मिलेगी। इसे लेकर कुछ छात्रों ने मेल करके आपत्ति जताई है। मुजफ्फरनगर के कुछ कालेजों के छात्रों ने सीसीएसयू के कुलपति को मेल लिखकर कहा है कि जिस विश्वविद्यालय में उन्होंने प्रवेश लिया है, उनकी डिग्री भी वहीं से मिलनी चाहिए। छात्रों ने इसके पीछे सहारनपुर राज्य विश्वविद्यालय से मुजफ्फरनगर के कालेज को दूर बताया है। मेरठ को उससे करीब बताया है। सेकेंड सेमेस्टर का फार्म नहीं भरवाएगा सीसीएसयू नई शिक्षा नीति के तहत संचालित स्नातक प्रथम सेमेस्टर का प्रवेश और परीक्षा सीसीएसयू ने कराया। सहारनपुर से जुड़े कालेजों में इस बार स्नातक सेकेंड सेमेस्टर में जाने वाले छात्रों का परीक्षा फार्म सीसीएसयू नहीं भरवाएगा।प्राइवेट पढ़ाई भी नहीं नई शिक्षा नीति में प्राइवेट शिक्षा का उल्लेख नहीं है। बावजूद इस बार सीसीएसयू मेरठ ने प्राइवेट का परीक्षा फार्म भरवाया है। इसमें सबसे अधिक छात्र रहते हैं। सहारनपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों में प्राइवेट शिक्षा का प्रविधान नहीं है। ऐसे में मुजफ्फरनगर जिले से प्राइवेट पढ़ाने करने वाले छात्र भी सीसीएसयू से जुड़े रहना चाहते हैं।
यह है दृश्य
सीसीएसयू, मेरठ संबद्ध जिले- मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़ संबद्ध कालेज- 7़19 कालेज अध्ययनरत छात्र- छात्राएं - साढ़े चार लाख (स्नातक- परास्नातक, सेमेस्टर, वार्षिक, रेगुलर व प्राइवेट)
एमसीयू, सहारनपुर
संबद्ध जिले- सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली संबद्ध कालेज- 218अध्ययन छात्र- छात्राएं- करीब सवा लाख (स्नातक और परास्नातक, वार्षिक, सेमेस्टर)
इनका कहना है...
मुजफ्फरनगर के कुछ कालेजों के छात्रों ने इस तरह का मेल किया है। एक व्यवस्था के अनुसार ही कालेजों को संबद्ध किया गया है। शासन के निर्देश पर इन जिलों के कालेजों के प्रवेश लिए गए। आगे सहारनपुर विश्वविद्यालय से डिग्री दी जाएगी। इसमें विश्वविद्यालय स्तर पर कुछ नहीं हो सकता है।
- प्रो. संगीता शुक्ला, कुलपति, चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ
मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर के कालेज सहारनपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध है। शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार, छात्रों की सुविधा को देखते हुए यह बदलाव हुआ है। सहारनपुर विश्वविद्यालय से शासनादेश के अनुसार ही डिग्री दी जाएगी। इसमें छात्रों को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा।
- प्रो. एचएस सिंह, कुलपति, मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर