Meerut News: मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल में आग लगने की जांच करेगी अपर मुख्य सचिव की समिति
Fire in Mohiuddinpur sugar mill मेरठ में चीनी मिल का गन्ना मंत्री और गन्ना आयुक्त ने किया निरीक्षण। मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल में आग लगने पर मुख्य अभियंता की हुई थी मृत्यु। सात से 15 दिन में चलेगी मिल गन्ना तौल जारी रहेगी।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Mohiuddinpur Sugar Mill मेरठ में मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल हादसे की जांच अपर मुख्य सचिव के निर्देशन में प्रदेश स्तरीय तकनीकी समिति करेगी। रविवार को गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने निरीक्षण कर जांच का आदेश दिया था, जिसके बाद समिति गठित कर दी गई है। गन्ना मंत्री के जाने के बाद गन्ना और चीनी आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने भी निरीक्षण किया।
मंत्री ने किया निरीक्षण
सबसे पहले गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल में हादसा स्थल का निरीक्षण किया। हादसे में मुख्य अभियंता की मृत्यु पर स्वजन को मुआवजा देने की घोषणा की और स्वजन को नौकरी देने का आश्वासन दिया। उनके जाने के बाद गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी भी चीनी मिल का निरीक्षण करने पहुंचे उनके साथ जिलाधिकारी दीपक मीणा भी थे।
यह भी पढ़ें : Meerut News: एमडीए के फ्लैटों के दाम घटाकर ''पहले आओ'' योजना से बेचने की तैयारी, पढ़ें पूरी जानकारी
सात से 15 दिन में चलेगी मिल, गन्ना तौल जारी रहेगी
गन्ना मंत्री और गन्ना आयुक्त से किसानों ने भेंट की। ज्ञापन दिया। गन्ना तौल को लेकर चिंता जाहिर की। किसान नेता रोहित व दीपक राणा ने गन्ना तौल व भुगतान की समस्या रखी तो आश्वासन दिया गया कि सात से 15 दिन में मिल शुरू कर दी जाएगी। दीपक ने यह भी मांग रखी कि तौल केंद्र का समाधान तो हो रहा है लेकिन जो किसान गेट पर गन्ना डाल रहे हैं उसका भी समाधान किया जाए। किसान गेट पर गन्ना लाते रहें और चीनी मिल अपने स्तर पर उसे दूसरी मिल पर भेजने की व्यवस्था करे।
मेंटीनेंस में गबन की आशंका, फारेंसिक जांच की मांग
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि अपर मुख्य सचिव के स्तर से जांच समिति के गठन होने का मतलब है कि इसमें बहुत कुछ गड़बड़ी मिलने की आशंका है। इस तरह के हादसे की अनदेखी नहीं की जा सकती। दरअसल, नौ नवंबर से पेराई सत्र शुरू हुआ था। दो दिन बाद ही 10 हजार किलो वाट की मोटर फुंक गई थी। जिससे मिल पांच दिन बंद रही थी। अब टरबाइन गर्म होकर जल गई और उसकी वजह से मिल में आग लग गई थी।
यह है आरोप
आरोप है कि जिस कंपनी के पास इसके संचालन की जिम्मेदारी है उस कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी भी नहीं आए। दीपक राणा व अन्य किसानों ने गन्ना मंत्री व गन्ना आयुक्त को ज्ञापन देकर आशंका जताई कि यहां पर मेंटीनेंस में गड़बड़ी हुई है। इस सत्र के शुरू होने से पहले मेंटीनेंस हुआ ही नहीं अन्यथा मोटर व टरबाइन कैसे फुंक जाती। राष्ट्रीय लोकदल व किसान नेता रोहित जाखड़ ने मिल की फारेंसिक आडिट की मांग की है। किसानों ने मिल के महाप्रबंधक को भी हटाने की मांग की।
इस तरह से हुआ था हादसा
मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल में शनिवार दोपहर मुख्य अभियंता नरेंद्र कुशवाहा टरबाइन मशीन देखने पहुंचे थे। टरबाइन से धुआं निकल रहा था। इसी बीच टरबाइन से जुड़ा हुआ पाइप फट गया और उसके बाद कई धमाके हुए। जिससे आग लग गई और आग ने चंद सेकेंड में ही भीषण रूप ले लिया। उन्होंने दूसरों को बचाने के लिए टरबाइन दुरुस्त करने में जुट गए और सभी को मिल से निकल जाने के लिए कहा। सभी निकल गए लेकिन स्वयं आग की लपटों से घिर गए। इस पर उन्होंने दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी। इससे उनकी मौत हो गई।
यह भी पढ़ें :Meerut News: वर्ष 1971 में पाकिस्तान से जेसोर छीनने वाले लेफ्टिनेंट जनरल जेएस घराया को छावनी ने दी श्रद्धांजलि