झोलाछाप को गिरफ्तार न करने पर सीओ खफा
छेड़छाड़ व पोक्सो एक्ट के आरोपित झोलाछाप की गिरफ्तारी न होने पर किशोरी के स्वजन सीओ से मिले।
मेरठ, जेएनएन। छेड़छाड़ व पोक्सो एक्ट के आरोपित झोलाछाप की गिरफ्तारी न होने पर किशोरी के स्वजन सीओ से मिले। सीओ ने दारोगा से आरोपित को गिरफ्तार न करने की वजह पूछी तो उन्होंने बताया कि आरोपित ने न्यायालय में अग्रिम जमानत अर्जी डाली है। इसी वजह से गिरफ्तारी नहीं की गई। दारोगा के ये शब्द सुनते ही सीओ भड़क गए और उन्होंने दारोगा को जमकर फटकार लगाई।
लिसाड़ी गेट के अहमदनगर निवासी झोलाछाप चिकित्सक वहाब का क्षेत्र में क्लीनिक है। उसके बेटे कमर जावेद की घर के नीचे परचून की दुकान है। बीती चार सितंबर को क्षेत्र में रहने वाली किशोरी दुकान पर दूध लेने गई थी। इसी बीच वहाब किशोरी को दुकान के पीछे बने कमरे में ले गया और छेड़छाड़ करने लगा। किशोरी की आवाज सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए। उन्होंने वहाब को बंधक बना लिया। क्षेत्रवासियों की आरोपित के बेटे दानिश और कमर जावेद से कहासुनी हो गई। आक्रोशित लोगों ने दोनों बेटों समेत वाहब की पिटाई कर दी। सीओ के आदेश पर वहाब के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। आरोपित की गिरफ्तारी नहीं होने पर स्वजन मंगलवार को सीओ कोतवाली से मिले। उन्होंने पिलोखड़ी चौकी इंचार्ज सूरजपाल सिंह से गिरफ्तारी न होने की वजह पूछी तो दारोगा ने बताया कि वहाब ने न्यायालय में अग्रिम जमानत अर्जी डाली है, जिस वजह से उसे गिरफ्तार नहीं किया गया। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया ने दारोगा को फटकार लगाते हुए कहा कि अभी न्यायालय में उसने प्रार्थना पत्र दिया है। उस पर न्यायालय की तरफ से कोई आदेश नहीं हुए है। जिस आधार पर आरोपित की गिरफ्तारी हो सकती है। उन्होंने तत्काल गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं।