शहर में दुर्घटनाएं इतनी कि सिहर उठता है दिल, इन प्वाइंट्स पर रखें खास ध्यान Meerut News
कोहरा सिर्फ हाईवे पर ही संकट नहीं बनता बल्कि यह शहरों में भी खतरा बन जाता है। खासकर आउटर एरिया में। ऐसे में खास सावधानी बरतनी जरूर है।
मेरठ, [प्रदीप द्विवेदी]। कोहरा सिर्फ हाईवे पर ही संकट नहीं बनता बल्कि यह शहरों में भी खतरा बन जाता है। खासकर आउटर एरिया में। शहर में प्रवेश करने या शहर के अंदर चलने पर भी लोग सुरक्षित नहीं हैं। दुर्घटना कब और कहां हो जाए कोई नहीं जानता। बेतरतीब वाहन चलाना ही नहीं, बल्कि अवैध कट, अंधे मोड़ और चौराहे भी इसका कारण हैं। अब जब घना कोहरा आने वाला है ऐसे में शहर के अंदर की सड़कों पर भी सावधान होकर गाड़ी चलाने की जरूरत है। शहर में तमाम ऐसी दुर्घटनाएं होती रही हैं जो कट या चौराहों की वजह से हुई हैं। दुर्घटनाएं भी ऐसी कि जिनमें बाइक सवार या चालक की मौत तक हो गई है।
इन रोड पर सावधान होकर चलाएं वाहन
बिजली बंबा बाईपास सबसे अधिक दुर्घटनाओं वाला रास्ता है। यहां सुपरटेक कॉलोनी से थोड़ा आगे बढ़ने पर गगोल व लिसाड़ी गांव जाने वाले रास्ते पर अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
बिजली बंबा बाईपास पर दो मोड़ ऐसे हैं जिसे पार करने के दौरान सावधानी न बरतने पर दुर्घटना हो जाती है।
हापुड़ रोड व शहर के अंदर से आने वाले वाहन जब बिजली बंबा बाईपास तिराहे वाली चौकी के पास मुड़ते हैं तो यहां भी अक्सर दुर्घटना होती है।
दिल्ली रोड पर मेवला फ्लाईओवर के नीचे गोशाला के सामने अवैध कट है। इसकी वजह से हुए हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है।
दिल्ली रोड पर रिठानी गांव के पीर के पास वाले कट पर कई दुर्घटना हो चुकी हैं।
बेगमपुल के आगे मवाना रोड पर जाने से पहले एक कट है। इसकी वजह से कई बार दुर्घटनाएं हुई हैं।
दिल्ली रोड पर सोतीगंज में एक अवैध कट है, जिसमें बाइक सवार अक्सर निकलने की कोशिश करते हैं जिससे दुर्घटना होती है।
एचआरएस चौराहे पर कट दूर बन जाने से वाहन उलटी दिशा में चलते हैं जिससे दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं।
शारदा रोड से पहले पेट्रोल पंप के पास कट है। यहां पर वाहन मोड़ते समय अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं।\
टीपी नगर जाने वाले मोड़ पर अक्सर वाहन टकरा जाते हैं।
हापुड़ अड्डा चौराहे पर अतिक्रमण की वजह से कई बार दुर्घटना हो चुकी हैं।
ईव्ज चौराहे के पास एक अवैध कट होने से बाइक सवार अक्सर दुर्घटना के शिकार होते हैं।
मवाना रोड पर कई कट ऐसे हैं जहां दुर्घटनाएं होती हैं।
शहर में हुए दर्दनाक हादसे
3 अगस्त 19 : दिल्ली रोड स्थित गऊशाला के सामने रात करीब 12:15 बजे हुए हादसे में दूध कारोबारी के बेटे की मौत हो गई।
5 मई 19 : बागपत फ्लाईओवर के पास बेकाबू ट्रक ने शुगर मिल कर्मचारी को कुचल दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
3 मई 19 : मिलिट्री हॉस्पिटल से दवाई लेकर लौट रही रिटायर फौजी की पत्नी को भैंसाली अड्डे पर रोडवेज बस ने कुचल दिया।
2 फरवरी 19 : माधवपुरम बालाजी मंदिर के पास सड़क पार कर रही एक वृद्धा को ट्रक ने कुचल दिया। उसकी मौत हो गई।
31 अक्टूबर 18 : रोहटा रोड स्थित लखवाया के पास महिंद्रा पिकअप ने सामने से मोपेड में टक्कर मार दी। मोपेड सवार युवक की मौत हो गई।
12 जून 18 : शोभित विश्वविद्यालय के निकट बेकाबू एसयूवी ने दो बाइकों में टक्कर मार दी। इसमें एक बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई।
25 मई 18 : मेडिकल थानाक्षेत्र के तेजगढ़ी चौराहे से यूनिवर्सिटी रोड पर एक ट्रक ने स्कूटी को टक्कर मार दी। स्कूटी पर सवार पीएनबी बैंक मैनेजर की मौत हो गई।
डिग्री कॉलेजों में बनेंगे सड़क सुरक्षा नायक- नायिका, रोकेंगे हादसा
कोहरा शुरू हो चुका है, वाहन चलाने वाले को कई बार सड़क पर दिखाई नहीं देता है, तो दूसरी ओर तेज गति से वाहन चालक हादसे को दावत देते हैं। सड़क हादसे को रोकने के लिए अब डिग्री कॉलेज भी पहल करेंगे। मेरठ और सहारनपुर मंडल के कॉलेजों में सड़क सुरक्षा नायक और नायिका बनेंगे। जो सड़क हादसे को रोकने के लिए लोगों में जागरूकता फैलाएंगे। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. राजीव गुप्ता ने हर जिले के उच्च शिक्षण संस्थानों में सड़क सुरक्षा क्लब बनाने के लिए कहा है। साथ ही छात्र- छात्रओं को लेकर पोस्टर और मॉडल बनाकर लोगों को जागरूक करने के लिए कहा है। जागरूकता के लिए छात्रों को जिम्मेदारी सौंपने के लिए भी कहा गया है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने बताया कि ब्रासीलिया डिक्लेरेशन के तहत सड़क हादसे में कमी लाने के लिए यह एक प्रभावी कदम होगा।