विकास दुबे का नाम लेकर गांव वालों को देता था धमकी, कहता था 'मेरे अंदर आ गई है विकास की आत्मा'
विकास दुबे का नाम लेकर गांव वालों को धमकाता था। साथ ही शराब पीकर कहता था कि मेरे अंदर विकास की आत्मा आ गई है। हर रोज वह किसी न किसी से झगड़ा करता रहता था।
बिजनौर, जेएनएन। कानपुर कांड में कुख्यात विकास दुबे द्वारा पुलिसकर्मियों की हत्या किए जाने के बाद से मनु खुद को दूसरा विकास दुबे बताकर गांव में आतंक फैलाना चाहता था। कानपुर की घटना के बाद से आरोपित मनु शराब पीकर हंगामा करते हुए कहता था कि उसके अन्दर विकास दुबे की आत्मा आ गई है। अपना भय कायम करने के लिए ग्रामीणों को धमकाना और झगड़ा करना उसका रोज का काम हो गया था। कोई भी ग्रामीण उसके सामने बोलने को तैयार नहीं होता था।
हत्या का प्रयास पर मुकदमा दर्ज
दो साल पहले आरोपित मनु ने शिवकुमार को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। पुलिस ने मनु व उसके भाई विशाल के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था। बाद में मनु जमानत पर रिहा होकर घर आ गया था, जिसके बाद से वह कई बार धमकी दे चुका था। इस हत्याकांड के पीछे इसे भी एक बड़ी वजह माना जा रहा है। आरोपित मनु अपने ऊपर दर्ज हुए मुकदमे और जेल जाने से नाराज था। पूछताछ में मृतक के रिश्तेदारों और ग्रामीणों से पुलिस को पता लगा कि आरोपित मनु ने शिवकुमार को कई बार मुकदमा वापस लेने और पैरवी नहीं करने की धमकी दे चुका था। शिवकुमार ने मनु की धमकी को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन कभी भी किसी ने सोचा नहीं था कि इसका परिणाम इतना भयावह हो सकता है।
विनय की जान का खतरा जताया
स्योहारा: मृतक शिवकुमार के भाई कैलाश शर्मा व भतीजे घनेन्द्र सहित सभी रिश्तेदारों ने आईजी रमित शर्मा से मृतक शिवकुमार के इकलौते पुत्र विनय उ$र्फ गोलू की जान को खतरा बताते हुए उसकी जान की सुरक्षा की मांग की है। परिजनों का कहना है कि मनु ने पूरा घर उजाड़ दिया है। घर में अब विनय ही बचा है। मनु विनय की भी हत्या कर सकता है।
आरोपित की तलाश में कई टीमें लगी हैं। उसकी तलाश में गैर जनपदों में दबिश दी जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हत्याकांड की गहनता से जांच की जा रही है। आरोपित के पकड़ में आने के बाद पूरा पर्दा उठ पाएगा। -संजय कुमार, एसपी देहात