हार्ट का स्टेंट डालने के वसूले 80 हजार, 25 हजार लौटाए
मेरठ,जेएनएन। मेडिकल कालेज में हार्ट का स्टेंट डालने में बड़ा खेल हुआ। हृदय रोग विभाग ने स्टेंट दिल्ली से मंगवाए और दवाएं भी दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों से खरीदी गईं। स्टेंट डालने के बदले एक मरीज से 80 हजार रुपये वसूले गए। मामले की शिकायत हुई तो 25 हजार रुपये वापस किए गए। प्राचार्य ने चिकित्सकों को आगाह किया है कि वे स्टेंट की खरीद मरीजों पर ही छोड़ दें। दवाएं भी कैंपस से ही उपलब्ध कराई जाएंगी।
मेडिकल कालेज में आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को एम्स और पीजीआइ जैसी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सुपरस्पेशियलिटी ब्लाक शुरू किया गया। पिछले दिनों एंजियोग्राफी के नाम पर मरीज से 5500 रुपये लिए गए। मरीज से बाद में रसीद ले जाने के लिए कहा। हाल में प्राचार्य के पास स्टेंट में मनमानी वसूली की शिकायत पहुंची है। शिकायत में कहा गया है कि आमतौर पर स्टेंट 25 से 35 हजार रुपये का होता है। इसे एजेंट के माध्यम से दिल्ली से 55 से 75 हजार रुपये में खरीदवाया गया। कैंपस में सिरिंज कैनुला, टेप व अन्य सामान भी बाहर से खरीदना पड़ा। मेडिकल कालेज कर्मचारी एसोसिएशन के जेपी यादव और राजीव शर्मा ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजा है। उनका आरोप है कि कर्मचारियों के माता-पिता की जांच में भी पैसे लिए गए। इस संबंध में प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता का कहना है कि स्टेंट कैंपस की दुकानों पर उपलब्ध कराया जा रहा है।