78 विद्यालयों के लिए ‘सौभाग्य’साबित होगा चुनाव, मिलेगी बिजली
जिले में बड़ी संख्या में प्राइमरी और जूनियर विद्यालय अंधेरे में हैं। लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद पोल खुली तो सूची बनाकर इन्हें कनेक्शन देने की कवायद शुरू हो गई है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 11:32 AM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 11:32 AM (IST)
मेरठ, [जागरण स्पेशल]। सौभाग्य योजना से हर घर को रोशन करने के दावे करने वाले ऊर्जा निगम के अधिकारी इस बात से अंजान थे कि जनपद में बड़ी संख्या में प्राइमरी और जूनियर विद्यालय अंधेरे में हैं। लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद पोल खुली तो आनन-फानन में सूची बनाकर कनेक्शन देने की कवायद शुरू हो गई है।
विद्यालयों में कुल 1142 पोलिंग बूथ
जनपद के प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों में कुल 1142 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इनमें से 78 पोलिंग बूथ ऐसे हैं, जहां बिजली नहीं है। ऊर्जा निगम के अधिकारियों का कहना है कि इसमें से 73 विद्यालय खंभों से 40 मीटर की दूरी पर हैं,जिनको कनेक्शन देना आसान हैं। केवल दाखेड़ी , मकदूमपुर, चेतावाला, वीरनगर, मीरपुर खुर्द के पोलिंग बूथों पर खंभे और केबिल लाइन डालनी पड़ेगी, क्योंकि यह 40 मीटर के दायरे से बाहर हैं।
जिलाधिकारी को निर्देश
प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि बिजली विहीन विद्यालयों में कनेक्शन कराने का कार्य शीघ्र किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग धनराशि उपलब्ध कराएगा, ताकि मतदान तिथि से पहले विद्यालयों को कनेक्शन दिए जा सके।
कई स्कूलों के केबिल गायब
चुनाव की तैयारी शुरू न होती तो शायद यह मामला दबा ही रहता। जनपद के प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों की जो सूची पीवीवीएनएल को सौंपी गई है। उसमें 38 विद्यालय ऐसे हैं, जिनमें पहले से कनेक्शन था, लेकिन विद्यालय से खंभे के बीच कनेक्शन का केबिल ही गायब हो गया।
इनका कहना है
बिजली विहीन विद्यालयों की सूची तैयार है। बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से आवेदन की प्रक्रिया करते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। केवल पांच विद्यालयों में कनेक्शन देने के लिए विद्युत पोल और केबिल लाइन की जरूरत पड़ेगी।
- एसबी यादव,मुख्य अभियंता वितरण मेरठ क्षेत्र
जिन विद्यालयों में कनेक्शन नहीं है या केबिल गायब हो गया है। उनकी सूची पीवीवीएनएल को भेज दी गई है। बिजली कनेक्शन कराने की कार्रवाई शीघ्र की जाएगी।
- सतेंद्र कुमार,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
विद्यालयों में कुल 1142 पोलिंग बूथ
जनपद के प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों में कुल 1142 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इनमें से 78 पोलिंग बूथ ऐसे हैं, जहां बिजली नहीं है। ऊर्जा निगम के अधिकारियों का कहना है कि इसमें से 73 विद्यालय खंभों से 40 मीटर की दूरी पर हैं,जिनको कनेक्शन देना आसान हैं। केवल दाखेड़ी , मकदूमपुर, चेतावाला, वीरनगर, मीरपुर खुर्द के पोलिंग बूथों पर खंभे और केबिल लाइन डालनी पड़ेगी, क्योंकि यह 40 मीटर के दायरे से बाहर हैं।
जिलाधिकारी को निर्देश
प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि बिजली विहीन विद्यालयों में कनेक्शन कराने का कार्य शीघ्र किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग धनराशि उपलब्ध कराएगा, ताकि मतदान तिथि से पहले विद्यालयों को कनेक्शन दिए जा सके।
कई स्कूलों के केबिल गायब
चुनाव की तैयारी शुरू न होती तो शायद यह मामला दबा ही रहता। जनपद के प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों की जो सूची पीवीवीएनएल को सौंपी गई है। उसमें 38 विद्यालय ऐसे हैं, जिनमें पहले से कनेक्शन था, लेकिन विद्यालय से खंभे के बीच कनेक्शन का केबिल ही गायब हो गया।
इनका कहना है
बिजली विहीन विद्यालयों की सूची तैयार है। बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से आवेदन की प्रक्रिया करते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। केवल पांच विद्यालयों में कनेक्शन देने के लिए विद्युत पोल और केबिल लाइन की जरूरत पड़ेगी।
- एसबी यादव,मुख्य अभियंता वितरण मेरठ क्षेत्र
जिन विद्यालयों में कनेक्शन नहीं है या केबिल गायब हो गया है। उनकी सूची पीवीवीएनएल को भेज दी गई है। बिजली कनेक्शन कराने की कार्रवाई शीघ्र की जाएगी।
- सतेंद्र कुमार,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें