'क्वीन ऑफ द बैटल' ने दी देश के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि
आजादी के बाद हुई पहली लड़ाई में मिली शानदार जीत में सेना की इंफैंट्री ने अहम भूमिका निभाई थी। पाकिस्तानी सेना समर्थित घुसैठियों को आमने-सामने की लड़ाई में धूल चटाने वाले पैदल सेना के जवानों की उसी बहादुरी को इंफैंट्री दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
मेरठ : आजादी के बाद हुई पहली लड़ाई में मिली शानदार जीत में सेना की इंफैंट्री ने अहम भूमिका निभाई थी। पाकिस्तानी सेना समर्थित घुसैठियों को आमने-सामने की लड़ाई में धूल चटाने वाले पैदल सेना के जवानों की उसी बहादुरी को इंफैंट्री दिवस के तौर पर मनाया जाता है। जम्मू-कश्मीर में हवाई मार्ग से पड़े पहले कदम को समारोह के तौर पर मनाते हुए सेना ने अपने शहीदों को नमन किया।
72वें इंफैंट्री दिवस के अवसर पर मेरठ छावनी स्थित पाइन डिवीजन में शनिवार को वर्तमान व पूर्व वरिष्ठ अफसरों व जवानों ने पाइन वॉर मेमोरियल पर पुष्पगुच्छ चढ़ाकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। पाइन डिव के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मानिक कुमार दास की अगुवाई में चार्जिग रैम डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल राजीव थापा, ब्रिगेडियर बलबीर सिंह, ब्रिगेडियर एके त्यागी, पश्चिम यूपी सब-एरिया के डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर अनमोल सूद, ब्रिगेडियर हरमीत सेठी, ब्रिगेडियर सुधीर मलिक आदि अफसरों ने श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही मेजर जनरल (रि.) जेआर भट्टी, मेजर जनरल (रि.) जितेंद्र सिंह और ब्रिगेडियर (रि.) रनबीर सिंह सहित अन्य पूर्व सैनिकों ने शहीदों को सलामी दी।
सेना में 54 फीसद हुई इंफैंट्री
भारतीय सेना में कभी महज 30 फीसद हिस्सेदारी रखने वाली इंफैंट्री अब 54 फीसद तक पहुंच चुकी है। वीर सपूतों को अब तक मिले 21 परमवीर चक्र में से 17 इंफैंट्री के नाम हैं। समारोह में सेना के जैज बैंड ने 'ताकत वतन की हमसे है, हिम्मत वतन की हमसे है' गीत पेश किया और पाइप बैंड ने 'कदम-कदम बढ़ाए जा' और 'सारे जहां से अच्छा ¨हदोस्ता हमारा' गीत की धुन प्रस्तुत की।
सदा रही है आगे
युद्ध के मैदान में सेना की तमाम ताकतें जब पीछे रह जाती हैं तब भी इंफैंट्री के सैनिक एक साथ कदम बढ़ाते हुए आगे बढ़ते रहते हैं। कारगिल युद्ध में दुर्गम चोटियों पर चढ़ाई कर दुश्मन को खदेड़ने का गौरव इंफैंट्री को ही जाता है। तमाम ऑपरेशन और बचाव कार्य के साथ ही यूएन मिशन पर भी इंफैंट्री के जवानों का प्रदर्शन शानदार रहा है।