वायु गुणवत्ता सुधार और सालिड वेस्ट मैनेजमेंट पर खर्च होंगे 72 करोड़
वायु प्रदूषण की स्थिति में सुधार लाने और सालिड वेस्ट मैनेजमेंट पर 72 करोड़ रूपये नगर निगम खर्च करेगा।
मेरठ, जेएनएन। वायु प्रदूषण की स्थिति में सुधार लाने और सालिड वेस्ट मैनेजमेंट पर 72 करोड़ रूपये नगर निगम खर्च करेगा। 15 वें वित्त आयोग की धनराशि नगर निगम को शासन से जारी कर दी गई।
इस धनराशि में 36 करोड़ रुपये वायु की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए और 36 करोड़ सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए हैं। वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए नगर निगम के पास संसाधनों की भारी कमी है। नगर निगम में न तो एंटी स्माग गन है और न ही धूल की सफाई के लिए पर्याप्त रोड स्वीपिग मशीनें हैं। पानी का छिड़काव भी पेयजल वाले टैंकरों से कराया जाता है और सैनिटाइजेशन के लिए भी पेयजल टैंकर ही उपयोग में लाए जा रहे हैं। इनकी अलग व्यवस्था नहीं है। वहीं, शहर में कचरा निस्तारण बड़ी चुनौती है। शहर गंदगी से अटा पड़ा है। पिछले स्वच्छ सर्वेक्षण में देश में सातवें गंदे शहर के रूप में मेरठ को चिहित किया गया था। निगम के पास डोर टू डोर कूड़ा गाड़ी पर्याप्त नहीं हैं। हाइड्रोलिक कचरा गाड़ियां, सिल्ट उठाने की गाड़ियां और बंद डंफर की भारी कमी है। ट्रांसफर स्टेशन बनने के बाद इनकी आवश्यकता पड़ेगी। मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि 15वें वित्त आयोग से 72 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। यह धनराशि मिलने के बाद नगर निगम संसाधनों की कमी को दूर करेगा। वायु प्रदूषण नियंत्रण व गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में कार्ययोजना तैयार की जाएगी। उसी के अनुरूप धनराशि खर्च होगी। वहीं कचरा निस्तारण के लिए प्लांट स्थापित करने और डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।