संकोच छोड़कर स्वास्थ्य मेले में पहुंचीं 52 फीसद महिलाएं
मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले से एक अछी तस्वीर सामने आ रही है।
मेरठ, जेएनएन। मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले से एक अच्छी तस्वीर सामने आ रही है। तीन स्वास्थ्य मेलों की रिपोर्ट बताती है कि संकोच छोड़कर महिलाएं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो रही हैं। स्वास्थ्य मेले में पहुंचे मरीजों में 52 फीसद महिलाएं हैं। चिकित्सकों ने इसे बड़ी उपलब्धि बताया है।
सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि पिछले तीन रविवार से कैंपों में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है। आरोग्य मेले के तहत 57 चिकित्सा कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। पहला कैंप दस जनवरी, दूसरा 17 और तीसरा 24 जनवरी को लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग ने आरोग्य मेले की रिपोर्ट शासन को भेजते हुए साफ किया कि गावों तक लगने वाले इन कैंपों का सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं को मिला है। आमतौर पर महिलाओं में कुपोषण, एनीमिया, हड्डी व सास की बीमारिया ज्यादा होती हैं। साथ ही गर्भावस्था से जुड़ी कई समस्याओं को संकोच में दबा जाती हैं, जो बाद में संक्रमण की वजह बनता है। उन्हें इन कैंपों का लाभ मिल रहा है। तीन कैंपों में कुल 9451 मरीज पहुंचे, जिसमें करीब 22 फीसद मरीज चर्म रोगी थे। लिवर, शुगर, पेट, कुपोषण व सास के मरीज भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इन कैंपों में बड़ी संख्या में एंटीजन जाच के बावजूद कोरोना संक्रमण के बेहद कम मरीज मिले हैं। कोविड डेस्क पर भी बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। तारीख पुरुष मरीज महिला मरीज बच्चे
10 जनवरी 1089 1497 382
17जनवरी 1071 1632 375
24जनवरी 1204 1784 412
आरोग्य मेले में 54 रोगियों की जांच: दबथुवा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार को आरोग्य मेले का आयोजन किया गया। जिसमें 54 मरीजों की जांच की गई और रोगियों को निश्शुल्क दवाई दी गई। मेले का एसीएमओ एसके शर्मा ने निरीक्षण किया और उपस्थित लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी और और चार लोगों को मेरठ रेफर किया गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. प्रवीण कुमार के निर्देशन में बुखार, नजला, जुकाम, खांसी, ब्लड प्रेशर, शुगर व तापमान आदि रोगियों की जांच की गई। इस दौरान मरीजों ने गोल्डन कार्ड का भी लाभ उठाया। फार्मेसिस्ट रामकुमार,तपन शर्मा, शंभू, उषा, कमल , ज्योति शर्मा , विनीता गुप्ता, रानी ,संतोष, रेणुका, रेखा ,ममता और आशा और आगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल रहे।