50 फर्जी कंपनी बनाकर 90 करोड़ की टैक्स चोरी, अब भेजा जेल
केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर के प्रावधानों में छूट की आड़ में लोग ऐसे हथकंडे अपना रहे है कि विभाग भी इनके कारनामों से हैरत में है। फर्जी कंपनियां बनाकर टैक्स की चोरी की जा रही है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 02:06 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 02:06 PM (IST)
मेरठ,जेएनएन। केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर के प्रावधानों में छूट की आड़ में नामी कंपनियां फर्जी कंपनियों को मोहरा बनाकर करोड़ों का टैक्स चोरी कर रही हैं। शुक्रवार को डायरेक्टर जनरल ऑफ सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स इंटेलीजेंस (डीजीजीआइ) की मेरठ जोन की टीम ने गाजियाबाद निवासी राजेश गोयल को गिरफ्तार कर मेरठ कोर्ट में पेश किया।
फर्जी बिल काटकर कागजों में टैक्स
डीजीजीआइ को गाजियाबाद के नेहरू नगर निवासी राजेश गोयल के बारे में सूचना मिली थी कि वह रियल एस्टेट सेक्टर की कंस्ट्रक्शन और मेटल इंडस्ट्री को फर्जी बिल देने का काम कर रहा है। दिसंबर 2018 से टीम डासना पुल के पास स्थित राधाकृष्ण एन्क्लेव कार्यालय को रडार पर लिए हुए थी। जांच में पाय गया कि सीमेंट, आयरन जैसे आयटमों के फर्जी बिल काट कर कागजों में टैक्स जमा दिखा दिया। डिप्टी डायरेक्टर अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2017 जुलाई माह से अबतक राजेश गोयल ने 400 करोड़ के फर्जी बिल काटे। जबकि किसी प्रकार के माल का लेनदेन नहीं किया।
इस तरह किया घपला
इस प्रकार जिन कंपनियों को बिल दिए,उन्होंने उसके आधार 90 करोड़ का सीधे-सीधे टैक्स चोरी कर ली। टैक्स चोरी का जाल बिछाने के लिए राजेश ने फर्जी आइडी पर 50 कंपनियां एनसीआर में बना रखी थी जिसके माध्यम से लेने-देन दिखाता था। डीजीजीआइ के एडीजी मनीष गोयल के निर्देश पर राजेश गोयल को उनके राधाकृष्ण एन्क्लेव कार्यालय पर छापा मार कर गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार को कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया। मनीष गोयल ने कहा कि जांच जारी है इसमें कई नामी गिरामी कंपनियां दायरे में हैं। टीम में वरिष्ठ जांच अधिकारी अर्पित सक्सेना,आकाश सिंह, मनिंदर आदि शामिल रहे। बतातें चलें कि पिछले माह भी गौरव जिंदल नाम के व्यक्ति को इसी तरह के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
फर्जी बिल काटकर कागजों में टैक्स
डीजीजीआइ को गाजियाबाद के नेहरू नगर निवासी राजेश गोयल के बारे में सूचना मिली थी कि वह रियल एस्टेट सेक्टर की कंस्ट्रक्शन और मेटल इंडस्ट्री को फर्जी बिल देने का काम कर रहा है। दिसंबर 2018 से टीम डासना पुल के पास स्थित राधाकृष्ण एन्क्लेव कार्यालय को रडार पर लिए हुए थी। जांच में पाय गया कि सीमेंट, आयरन जैसे आयटमों के फर्जी बिल काट कर कागजों में टैक्स जमा दिखा दिया। डिप्टी डायरेक्टर अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2017 जुलाई माह से अबतक राजेश गोयल ने 400 करोड़ के फर्जी बिल काटे। जबकि किसी प्रकार के माल का लेनदेन नहीं किया।
इस तरह किया घपला
इस प्रकार जिन कंपनियों को बिल दिए,उन्होंने उसके आधार 90 करोड़ का सीधे-सीधे टैक्स चोरी कर ली। टैक्स चोरी का जाल बिछाने के लिए राजेश ने फर्जी आइडी पर 50 कंपनियां एनसीआर में बना रखी थी जिसके माध्यम से लेने-देन दिखाता था। डीजीजीआइ के एडीजी मनीष गोयल के निर्देश पर राजेश गोयल को उनके राधाकृष्ण एन्क्लेव कार्यालय पर छापा मार कर गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार को कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया। मनीष गोयल ने कहा कि जांच जारी है इसमें कई नामी गिरामी कंपनियां दायरे में हैं। टीम में वरिष्ठ जांच अधिकारी अर्पित सक्सेना,आकाश सिंह, मनिंदर आदि शामिल रहे। बतातें चलें कि पिछले माह भी गौरव जिंदल नाम के व्यक्ति को इसी तरह के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
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