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दीवाली मनाने के लिए किसानों को मिले 46.26 करोड़ रुपये

चीनी मिलों पर प्रशासन की सख्ती और गन्ना किसानों के आंदोलन की घोषणा के चलते मंगलवार को मिलों ने 46.26 करोड़ रुपये का भुगतान जारी कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Oct 2018 07:00 AM (IST)Updated: Wed, 31 Oct 2018 07:00 AM (IST)
दीवाली मनाने के लिए किसानों को मिले 46.26 करोड़ रुपये
दीवाली मनाने के लिए किसानों को मिले 46.26 करोड़ रुपये

मेरठ : चीनी मिलों पर प्रशासन की सख्ती और गन्ना किसानों के आंदोलन की घोषणा के चलते मंगलवार को मिलों ने 46.26 करोड़ रुपये का भुगतान जारी कर दिया।

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किसानों के बकाया गन्ना भुगतान को लेकर डीएम अनिल ढींगरा ने मिलों पर शिकंजा कसा हुआ है। मंगलवार शाम डीएम अनिल ढींगरा और भाकियू के पदाधिकारियों की डीएम कार्यालय में वार्ता हुई। इसमें दो मुख्य मांगें धरनारत किसानों ने रखीं। पहली किसानों का बकाया भुगतान अतिशीघ्र कराया जाए ताकि उनका परिवार भी दीवाली मना सके। दूसरा मांग थी कि चीनी मिलें शीघ्र चलाई जाएं। डीएम ने बताया कि जिले की चीनी मिलों ने किसानों को दीवाली मनाने के लिए करीब 46.26 करोड़ की धनराशि जारी कर दी है। इनमें नंगला मिल ने 17.47 करोड़, किनौनी ने 18.29, मवाना ने 10.50 करोड़ और सिंधावली ने दो करोड़ रुपये जारी किए हैं। दौराला चीनी मिल एक नवंबर को सात करोड़ जारी करेगी। दीवाली से पूर्व धनराशि किसानों के खातों में चली जाएगी।

इसके साथ ही किनौनी मिल द्वारा 30 अक्टूबर, मवाना, दौराला व नंगलामल द्वारा चार नवंबर व मोहिउद्दीनपुर मिल ने पांच नवंबर की गन्ना खरीद के लिए इंडेंट जारी कर दिए गए हैं। शीघ्र ही सभी मिलें शुरू हो जाएगीं। वार्ता में भाकियू जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिंह, मंडल उपाध्यक्ष रवींद्र सिंह, हरबीर सिंह निलोहा, सतवीर सिंह जंगेठी, राजकुमार करनावल, एके जौहरी, प्रमोद कुमार व शौ सिंह आदि शामिल रहे। इससे पूर्व भाकियू के बैनर तले किसानों ने गन्ना भुगतान व चीनी मिलें शीघ्र चलाने की मांग को लेकर कलक्ट्रेट में धरना दिया था।

किसानों को वार्ता के लिए स्वयं बुलाकर लाए डीएम

धरनारत किसानों को डीएम ने शाम के वक्त वार्ता के लिए संदेश भेजा था। उन्होंने इंकार कर दिया। उनका कहना था कि डीएम स्वयं धरनास्थल पर आएं। इस पर डीएम धरनास्थल पर पहुंचे और किसानों को वार्ता के लिए आफिस ले गए। डीएम ने चेताया कि जो भी मिल किसानों का शोषण करेगी उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


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