खेल प्रतियोगिताएं साथ पड़ने से नहीं पहुंचीं 43 टीमें
सीबीएसई की नॉर्थ जोन-वन बैडमिंटन प्रतियोगिता शांति निकेतन विद्यापीठ में चल रही है।
मेरठ,जेएनएन। सीबीएसई की नॉर्थ जोन-वन बैडमिंटन प्रतियोगिता शांति निकेतन विद्यापीठ में चल रही है। प्रतियोगिता में करीब ढाई हजार खिलाड़ी पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के जिलों से पंजीकृत हैं। इस साल सीबीएसई की कई खेल प्रतियोगिताएं एक साथ विभिन्न जिलों में पड़ने के कारण कई स्कूलों की टीमें प्रतियोगिताओं में नहीं पहुंच पा रही हैं। बैडमिंटन प्रतियोगिता में भी विभिन्न स्कूलों की 43 टीमें मेरठ नहीं पहुंच सकीं हैं। दरअसल स्कूलों के स्पोर्ट्स शिक्षक ही टीमों को लेकर प्रतिभाग कराने जाते हैं। ऐसे में अलग-अलग खेल की प्रतियोगिताएं अलग-अलग शहरों में पड़ने से स्कूलों में शिक्षकों को साथ भेजने का टोटा हो गया है।
44 मैच हुए रद
सोमवार को बैडमिंटन की प्रतियोगिता में कई टीमों के न पहुंचने से कई मैचों को रद करना पड़ा। दोनों पक्ष के खिलाड़ियों के न पहुंचने के कारण 44 मैच और किसी एक पक्ष के खिलाड़ी के न पहुंचने के कारण 82 मैच नहीं हुए। इन मैचों में दूसरे प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को वॉकओवर दिया गया। इस प्रतियोगिता के लिए 347 स्कूलों की 703 बैडमिंटन टीमों का पंजीकरण हुआ है। तीन आयु वर्ग में आयोजित प्रतियोगिता में बालक वर्ग अंडर-14 वर्ग में 134 टीमें, अंडर-17 वर्ग में 121 टीमें और अंडर-19 वर्ग में 123 टीमें हिस्सा ले रही हैं। इसी तरह बालिकाओं में अंडर-14 में 70 टीमें, अंडर-17 में 111 टीमें और अंडर-19 वर्ग में 44 टीमें हैं।
आठ मैचों के बाद पहुंचेंगे मेडल टैली में
सीबीएसई की बैडमिंटन प्रतियोगिता में शुरुआती मैचों को प्री-मैच कहा जाता है। प्रथम दो दिन प्री-मैच ही खेले गए हैं। इसमें हर खिलाड़ी को चार-चार राउंड खेलने पड़ते हैं। बेहतरीन प्रदर्शन वाले खिलाड़ी प्री-क्वार्टर फाइनल के मैचों के लिए चुने जाएंगे। मंगलवार को प्री-क्वार्टरफाइनल के लिए मैच होंगे। खिलाड़ियों को मेडल टैली में आने के लिए प्री-मैच से सेमीफाइनल तक कुल आठ राउंड खेलना होगा। सभी सफल राउंड के बाद खिलाड़ी अपनी कैटेगरी के फाइनल राउंड में पहुंचेंगे। प्रतियोगिता में प्रथम और द्वितीय स्थान पर पदक जीतने वाले खिलाड़ी सीबीएसई की नेशनल बैडमिंटन प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे।