4239 स्वास्थ्यकर्मियों को लगी कोरोना वैक्सीन
कोरोना टीकाकरण के तीसरे सत्र में बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों ने वैक्सीन ली। 6037 के लक्ष्य के सापेक्ष 4239 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना टीकाकरण के तीसरे सत्र में बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों ने वैक्सीन ली। 6037 के लक्ष्य के सापेक्ष 4239 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इसके लिए कुल 49 सत्र आयोजित किए गए। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने कार्यक्रम को सफल बताया है। शुक्रवार को 45 बूथों पर 5409 लोगों को टीका लगाया जाएगा।
गुरुवार सुबह नौ बजे से टीकाकरण शुरू हुआ। 24 केंद्रों के 49 बूथों पर बड़ी संख्या में सरकारी एवं निजी अस्पतालों के कर्मचारी पहुंचे। सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञ डा. वीरोत्तम तोमर, हार्मोन्स रोग विशेषज्ञ डा. मनमोहन शर्मा, स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. किरन गुगलानी, आयुर्वेदाचार्य डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, डा. ब्रजभूषण शर्मा व कई अन्य ने अलग-अलग बूथों पर पहुंचकर टीका लगवाया। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के बूथों पर अलग-अलग संख्या में लोग पहुंचे। जिलाधिकारी के. बालाजी एवं सीएमओ ने कई केंद्रों पर टीकाकरण का निरीक्षण किया। दस केंद्रों पर सौ से ज्यादा लोग पहुंचे। कई केंद्रों पर टीकाकरण 40-50 प्रतिशत के बीच रहा। मेडिकल कालेज के मेल मेडिसिन, एनबीसी वार्ड, न्यू ओपीडी रजिस्ट्रेशन वार्ड में लक्ष्य सौ का था, बाकी अन्य बूथों पर 125 का टारगेट रखा गया।
सिर्फ इन केंद्रों पर सौ से ज्यादा ने लगवाई वैक्सीन
बूथ का नाम टीकाकरण फीसद
कैंट अस्पताल-2 120 96
सीएचसी मवाना 114 91.2
सरधना 103 92
आनंद नर्सिग होम 112 89
सीएचसी रोहटा 111 88
परीक्षितगढ़-1 104 83
परीक्षितगढ़-2 102 81
कंकरखेड़ा 103 82
मेडकिल कालेज
प्लास्टिक सर्जरी 102 81
1667 ने नहीं लगवाया टीका
विभिन्न वजहों से बड़ी संख्या में लोग टीका नहीं लगवा पाए। सीएमओ ने बताया कि 895 लोग शहर से बाहर थे। 131 लोगों का नाम डुप्लीकेट हो गया। 250 लोगों का फोन नंबर गलत था या उन्होंने उठाया नहीं। 144 लोग बीमारी की वजह से टीका लगवाने नहीं आए। वहीं, 50 गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी टीकाकरण से दूर रहीं।
आइएमए टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को जागरूक करेगी। मैंने टीका लगवाया, और दिनभर निर्धारित काम भी करता रहा। यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है। हमें देश के वैज्ञानिकों पर गर्व है।
डा. अनिल कपूर, अध्यक्ष, आइएमए
-मैंने कोरोना वैक्सीन लगवाया, और दिनभर काम भी किया। कोई साइड इफेक्ट नहीं उभरा। पूरी तरह सुरक्षित वैक्सीन है, और अपने निर्धारित वक्त पर जरूर लगवाएं। यह पूरी तरह कारगर है।
डा. वीरोत्तम तोमर, चेस्ट फिजिशियन
कोरोना वैक्सीन कदाचित सबसे सुरक्षित साबित होगी। मैंने सुबह नौ बजे वैक्सीन लिया, और दर्द का भी एहसास नहीं हुआ। उसके बाद गढ़मुक्तेश्वर गया। लौटकर भी कई काम किया। कोई परेशानी नहीं हुई।
डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष
कोविशील्ड वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। मैंने टीका लगवाया, और 12 घंटे तक कोई भी साइड इफेक्ट नहीं उभरा। सभी स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लेना चाहिए।
डा. मनमोहन शर्मा, हार्मोन्स रोग विशेषज्ञ