यूपी चुनाव 2022: रालोद और जाटों को लेकर महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि का बड़ा बयान
UP Assembly Election 2022 महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि जी महाराज ने कहा ब्राह्मणों को अब भाजपा में भी अपमानित होना पड़ रहा। जाट समाज के दबाव में 21 जाट नेताओं को वेस्ट यूपी में दिए टिकट ।
मेरठ, जागरण संवाददाता। पल्ल्वपुरम फेज-दो में भाजपा नेता सुनील भराला के कार्यालय में हरिद्वार से पहुंचे जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि जी महाराज ने प्रेसवार्ता में कहा कि भाजपा में ब्राह्मणों का सम्मान के साथ अपमान भी हो रहा है। ब्राह्मण समाज को पहले कांग्रेस, फिर बसपा और अब भाजपा में अपमानित होना पड़ रहा है। कुछ जाट नेताओं के दबाव में भाजपा ने वेस्ट यूपी में 21 जाट नेताओं को टिकट देकर साबित भी कर दिया है।
स्वामी यतीनद्रानंद गिरि ने कहा कि रालोद जाट समाज की है, उसके बावजूद जाट समाज के नेता अन्य पार्टियों में भी महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हैं। यह भी सच है कि रालोद ने कभी जाट समाज का उद्धार नहीं किया। भाजपा नेताओं ने सौ जाट नेता बुलाए, मगर अकेले उप्र. में 18 प्रतिशत ब्राह्मणों की संख्या है, उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया, जिस वजह से ब्राह्मण समाज भाजपा से नाराज होने के साथ सोच रहा है कि अब किधर जाएं। महामंडलेश्वर ने वेस्ट यूपी में ब्राह्मणों का नेता सुनील भराला को बताते हुए कहा कि टिकट वितरण में सुनील का नाम शामिल था। मगर, राजनीति का शिकार भी सुनील भराला को होना पड़ा। अगर देश की बात करें तो भारत में ही ब्राह्मण समाज को सही सम्मान नहीं मिल पा रहा है। अब सिर्फ जाट, गुर्जर, एससीएसटी जैसे समाज की बात होती है। राजनीति में ब्राह्मणों को मतों के अनुसार सम्मान मिलना चाहिए। समाज चुप है, मगर मंथन कर रहा है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में पहले भाजपा नेताओं ने संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया तो सत्ता में हैं। ऐसे ही फिर दोबारा से संतों के आशीर्वाद से ही सत्ता का सुख मिलेगा।
चापलूस नेताओं से भाजपा को दूरी बनानी होगी
महामंडलेश्वर ने कहा कि भाजपा में इस दौरान आया राम और गया राम की तर्ज पर नेता आ जा रहे हैं। वहीं कुछ नेता चुनावी मौसम विज्ञानी की तरह अपनी राजनीति साधने में जुटे हैं। मगर, चापलूस व सत्ता भोग नेताओं से भाजपा को दूरी बनाने की जरूरत है।