मुजफ्फरनगर में एक ही रात में चार मकानों में धावा बोलकर बदमाशों ने उड़ाए लाखों रुपये के जेवरात
Stolen In Muzaffarnagar मुजफ्फरनगर में चोरी की वारदातें थम नहीं रही हैं। शनिवार की रात को मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव दूधाहेड़ी में चार मकानों पर धावा बोलकर बदमाशों ने लाखों रुपये के जेवरात सहित सामान चोरी कर लिया। पुलिस जांच कर रही है।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। Stolen In Muzaffarnagar मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव दूधाहेड़ी में शनिवार की रात को चार मकानों पर धावा बोलकर बदमाशों ने लाखों रुपये के जेवरात सहित सामान चोरी कर लिया। चोरी की वारदात से गांव में दहशत है। पीड़ितों ने पुलिस को तहरीर देकर बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया।
इतना सामान ले गए चोर
दूधाहेड़ी गांव में बदमाशों ने मनोज, संजीव, धीरेन्द्र व मिंटू के मकान पर धावा बोलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। बदमाश मनोज के घर से लगभग चार तोला, संजीव के घर से 2.5 तोले और मिंटू के मकान से पांच तोले वजन के सोने के जेवरात व धीरेन्द्र के मकान से 10 हजार की नकदी चोरी कर फरार हो गए।
मौके पर पहुंची पुलिस
सभी ग्रामीणों के मकान एक ही मोहल्ले बने हैं, जो आपस में मिले हुए हैं। घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया और पीड़ितों से भी जानकारी ली है। मंसूरपुर थाना प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार गौतम ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। जल्द ही बदमाशों को पकड़ कर चोरी का राजफाश किया जाएगा।
पुलिसकर्मियों को बंधक बनाया
वहीं मुजफ्फरनगर के रामराज में मेडिकल स्टोर संचालक को गिरफ्तार कर ले जा रहे पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। आरोप है कि पुलिस वालों ने मेडिकल स्टोर संचालक के गल्ले में अवैध तरीके से कारतूस डाले थे। रामराज के गांव लालपुर निवासी नीरज गांव में मेडिकल स्टोर चलाता है। शनिवार को रामराज थाने का बावर्दी सिपाही राजकुमार और कुलदीप व नितिन बिना वर्दी के यहां पहुंचे। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने चोरी छिपे मेडिकल स्टोर के गल्ले में दो कारतूस डाल दिए।
ऐसा कराया बंधनमुक्त
नीरज ने पुलिसकर्मियों को ऐसा करते देख लिया। पुलिसकर्मी उसे ले जाने लगे तो नीरज ने शोर मचा दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने एक बैठक में तीनों पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस के उच्चाधिकारियों को दी। एसओ रामराज अक्षय शर्मा आसपास के थानों तथा डायल 112 पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। कई ग्राम प्रधान भी पहुंच गए। इसके बाद वार्ता हुई। पुलिस ने मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन देकर तीनों पुलिसकर्मियों को बंधनमुक्त कराया और थाने ले गई।
चर्चाओं में रामराज पुलिस
आरोप है कि दो माह पूर्व भी थाने के कुछ पुलिस कर्मियों ने मिलकर बाइक सवारों के बैग में नशीली गोलियां डाली थीं। मामले का निपटारा मोटी रकम वसूलकर हुआ था।