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Water level of Yamuna: हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी से बागपत और शामली में यमुना का बढ़ा जल स्तर, किसान चिंतित

Water level of Yamuna हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के चलते बागपत और शामली में यमुना का जलस्‍तर बढ़ गया है। साथ कुछ स्‍थानों पर किसानों की फसलें जलमग्‍न हो गई हैं। पहाड़ों पर हो रही वर्षा के कारण ऐसा हुआ है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 01:30 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 06:31 PM (IST)
Water level of Yamuna: हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी से बागपत और शामली में यमुना का बढ़ा जल स्तर, किसान चिंतित
शामली व बागपत में फसलें जलमग्न होने से किसानों के चेहरे पर छाई मायूसी।

मेरठ, जेएनएन। Water level of Yamuna पहाड़ों पर लगातार बारिश हो रही है। मैदानी क्षेत्रों में भी पानी का स्तर बढ़ा है। बागपत और शामली में यमुना का जलस्‍तर बढ़ गया है। बारिश की वजह से हथिनीकुंड बैराज से यमुना का जल स्तर बढ़ गया है। यमुना के निकटवर्ती गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है, वहीं किसानों को भी खेतों में न जाने के लिए एलान किया गया है। यमुना पर न जाने की अपील की जा रही है। इस बार रिकार्डतोड़ बारिश हो रही है। पहाड़ों पर भी बारिश का प्रतिशत बढ़ा है। पहाड़ों की बारिश से ही नदी-नाले उफान रहे है।

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2.85 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया

शुक्रवार की शाम हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में भी 2.85 लाख क्यूसेक पानी छोड़ गया है, जिससे यमुना का जल स्तर बढ़ गया है। किसानों की फसलों में पानी भर गया है। खेतों तक जाने वो सभी रास्तों जलमग्न हो गए है। गन्ने की फसलों को तो नुकसान नहीं है, लेकिन सब्जी, बेलदार और ज्वार की फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना है। यमुना के बढ़े जल स्तर को देखने के लिए लोग यमुना पर पहुंच रहे है। वहां पर अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को यमुना पर न जाने के लिए अलर्ट जारी किया गया है।

किसानों से अपील

किसानों से भी अपील की जा रही है जब तक जलस्तर नहीं घट जाता तब तक खेतों में नहीं जाएंगे। मवेशियों को यमुना के क्षेत्र में चराने ले जाने वालों को भी रोका गया है। यमुना से दूरी बनाए रखने की अपील की है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता उत्कर्ष भारद्वाज ने कहा कि यमुना में 2.85 लाख क्यूसेक पानी छोड़ गया है, जिससे यमुना का जल स्तर बढ़ गया है। किसानों से खेतों पर न जाने की अपील की गई है।

यमुना तक खोदा नाला

बागपत में यमुना के निकट बसे इस्लाम नगर कालोनी में पिछले दो माह से बारिश का पानी भरा हुआ है। राहत न पहुंचने पर यमुना तक नाला खोदा गया है, जिससे जलनिकासी हो रही है। कालोनी के लोगों को थोड़ी बहुत राहत पहुंची है। नगर पालिका से जलभराव के स्थायी समाधान कराने की मांग की है।

शामली में भी किसान चिंतित

शामली के कैराना में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से पठेड़ के जंगल में भूमि कटाव शुरू हो गया है। इसे लेकर किसान चिंतित है। ग्रामीणों ने बचाव कार्य शुरू किया। पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा के चलते हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते पिछले दो दिनों में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया और कैराना यमुना ब्रिज पर जलस्तर गत शुक्रवार को 229.40 मीटर दर्ज किया गया। वहीं, जलस्तर बढ़ने के कारण शनिवार को गांव पठेड़ खादर के जंगल में भूमि कटाव शुरू हो गया। इसे लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसानों का आरोप है कि अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। गत शुक्रवार को यमुना नदी में हथिनीकुंड बैराज से 38105 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है।


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