टोल प्लाजा के बूथ बचाने को लगाए गए स्पीड बैरियर
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए परतापुर के नजदीक काशी में टोल प्लाजा है। प्लाजा प
मेरठ,जेएनएन। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए परतापुर के नजदीक काशी में टोल प्लाजा है। प्लाजा पर टोल वसूली नहीं हो रही है। ऐसे में वाहन फर्राटा भरते हुए यहां से भी निकलते हैं। तेज गति से चलने की वजह से कई बार ट्रकों ने बूथ को टक्कर मार दी। कभी बूथ के शीशे टूटे तो कभी कैमरे टूट गए। एक बार पुलिस का बूथ ही टक्कर लगने से क्षतिग्रस्त हो गया था। बूथ को नुकसान न पहुंचे इसलिए टोल के दोनों तरफ स्पीड ब्रेकर पहले लगाए गए थे। इससे भी वाहन नियंत्रण में नहीं आ रहे थे। इसलिए अब दोनों तरफ स्पीड बैरियर रख दिए गए हैं। इसकी वजह से वाहनों को गति कम करके धीरे-धीरे गुजरना होता है। बैरियर जिगजैग तरीके से रखा गया है और एक बार में एक ही वाहन प्रवेश कर सकता है। इसलिए यहां पर वाहन गति कर लेते हैं। टोल प्लाजा पार करने के बाद भी वाहन पूरी गति से फर्राटा भर पा रहे हैं।
हाईवे पर जलजमाव का निरीक्षण कर रही टीम: एनएचएआइ की टीम नेशनल हाईवे-58 पर परतापुर से मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहे तक बारिश के पानी से होने वाले जलजमाव का निरीक्षण कर रही है। हाईवे पर जहां भी मिट्टी की लचक के कारण सड़क का हिस्सा बैठ गया है, उस जगह की खोदाई कर पैचवर्क किया जाएगा।
एनएचएआइ के पीडी डीके चतुर्वेदी ने बताया कि दिल्ली स्थित एनएचएआइ के मुख्यालय से मिले पत्र के बाद हाईवे पर जलभराव वाली जगहों को तलाश किया जा रहा है। निरीक्षण टीम अपनी रिपोर्ट एनएचएआइ कंकरखेड़ा के दफ्तर में देगी। इसी रिपोर्ट के आधार पर वेस्टर्न यूपी टोलवे कंपनी अपने स्तर से उन जगहों पर पैचवर्क करेगी।