मुजफ्फरनगर में अवैध संबंध के चलते हुई अध्यापक की हत्या, प्रेमिका ने पति संग मिलकर खेला खूनी खेल
Teacher Murdered In Muzaffarnagar प्रेमिका ने पति संग मिलकर की थी लापता अध्यापक की हत्या साक्ष्य मिटाने के लिए शव को मुरादनगर गंगनहर में फेंक दिया था। बुधवार को स्वजन ने बुलंदशहर जाकर शव की शिनाख्त की ।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। एक सप्ताह से लापता अध्यापक की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा दिया है। अवैध संबंध के चलते प्रेमिका ने अपने पति संग अध्यापक की गोली मारकर हत्या की थी और साक्ष्य मिटाने के लिए शव को मुरादनगर गंगनहर में फेंक दिया था। बुधवार को शव की शिनाख्त होने पर पुलिस ने हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
यह है मामला
इंस्पेक्टर डीके त्यागी ने बताया कि नयागांव फैजाबाद निवासी राधेश्याम क्षेत्र के ही मंतौडी गांव में सरकारी अध्यापक थे। दो जून को वह घर से जनपद गाजियाबाद जाने की बात कहकर अपनी कार से निकले थे, जिसके बाद वह लौट कर नहीं आए। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी थी। तलाश के दौरान उनकी कार कोतवाली के पास से ही रात में लावारिस हालत में बरामद हो गई थी।
इंस्पेक्टर ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि पढ़ाई के समय राधेश्याम नई मंडी थाना क्षेत्र के अलमासपुर गांव में रहते थे। वहीं पर उसके संबंध नीरू से हो गए थे। बाद में वह अध्यापक हो गए तो उसकी शादी स्वजन ने कहीं और कर दी लेकिन इसके बाद भी नीरू से संबंध बने रहे। नीरू ने भी करीब एक साल पहले अपने मौसा अजय उर्फ अजीत पाल निवासी गांव जीतपुर थाना मुरादनगर जिला गाजियाबाद से शादी कर ली। अजय ने नीरू को गाजियाबाद राजनगर एक्सटेंशन में एक फ्लैट किराए पर दिला दिया। अजय को जब पता चला कि नीरू ने अभी भी राधेश्याम से संबंध खत्म नहीं किए और वह अक्सर उससे मिलने आता है। अजय ने नीरू से राधेश्याम से संबंध खत्म करने का दबाव बनाया और राधेश्याम को झांसा देकर राजनगर बुला लिया। वहां पर अजय व नीरू ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। अजय ने अपने मित्र मोनू पंडित से मिलकर शव को मुरादनगर गंगनहर में फेंक दिया था।
दो दिन पहले ही बुलंदशहर जिले की गंगनहर से राधेश्याम का शव मिला था, लेकिन शिनाख्त नहीं हुई थी। बुधवार को स्वजन ने शव की पहचान राधेश्याम के रूप में की। इंस्पेक्टर ने बताया कि सभी आरोपित गिरफ्त में आ गए हैं और उनकी निशानदेही पर मोबाइल व अन्य सामान बरामद कर लिया है। हत्या के बाद आरोपितों ने राधेश्याम की कार जानसठ कोतवाली क्षेत्र में लाकर खड़ी कर दी थी, ताकि किसी को उन पर शक न हो।